पुणे, 20 जुलाई 2024 – एक दिल दहलाने वाली घटना में, पुणे के एक प्रतिष्ठित फर्म Ernst & Young (EY) में कार्यरत 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबास्टियन पेरयिल की मौत हो गई। अन्ना, जो मूल रूप से केरल से थीं, ने चार महीने पहले ही इस कंपनी में अपनी पहली नौकरी शुरू की थी। परिवार का दावा है कि उनकी मृत्यु का कारण अत्यधिक काम का तनाव था।
अन्ना की मां ने कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी पर अत्यधिक काम का बोझ डाला गया था, जिसके कारण वह तनाव, बेचैनी, और नींद की कमी का शिकार हो गई थीं। उन्होंने अपनी बेटी के साथ हुई इस घटना को ‘विकट कार्य संस्कृति’ का परिणाम बताया। अन्ना की मां के अनुसार, उनकी बेटी ने कई बार सीने में दर्द की शिकायत की थी, लेकिन काम के दबाव के कारण उसे समय पर उचित चिकित्सा मदद नहीं मिल सकी।
अन्ना की मां द्वारा लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने कंपनी की कार्य संस्कृति की कड़ी निंदा की। उन्होंने लिखा कि अन्ना काम में इस कदर डूबी रहती थीं कि वह काम खत्म करने के बाद थकावट से अपने बिस्तर पर गिर जाती थीं। उनकी मां ने यह भी बताया कि अन्ना को लगातार देर रात तक काम करना पड़ता था, और जब उन्होंने इसकी शिकायत की, तो उसे यह कहकर नजरअंदाज कर दिया गया कि “यहां सब ऐसा ही करते हैं।”
अन्ना के परिवार ने उनके अंतिम संस्कार में भी कंपनी के किसी भी प्रतिनिधि के न आने पर गहरा दुख जताया। उनकी मां ने लिखा, “अन्ना ने कंपनी के लिए अपनी आखिरी सांस तक काम किया, लेकिन दुख की बात है कि उसके अंतिम संस्कार में कोई उपस्थित नहीं हुआ।”
यह घटना भारत में काम के दबाव और कार्य-जीवन संतुलन पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठाती है। अन्ना की मौत ने न केवल उनके परिवार को गहरे दुख में डाल दिया, बल्कि काम के अत्यधिक तनाव से जुड़े मुद्दों पर भी लोगों का ध्यान केंद्रित किया है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं और कार्यस्थल की कठोर संस्कृति को बदलने की मांग की है।
इस मामले के बाद, Ernst & Young ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वे अपने कर्मचारियों के कार्य वातावरण को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास करेंगे।
पुणे में काम के दबाव से 26 वर्षीय महिला की मौत: परिवार ने उठाए सवाल

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