
कलकत्ता , 10 मार्च 2025 :
जस्टिस के वी विश्वनाथन के रिटायरमेंट के बाद 26 मई 2031 को जस्टिस बागची देश के चीफ जस्टिस बनेंगे. वह इस पद पर चार महीने के लिए रहेंगे और अक्टूबर में रिटायर हो जाएंगे.
कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस जोयमाला बागची सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 6 मार्च को उनके नाम की सिफारिश भेजी थी. अब राष्ट्रपति ने इस सिफारिश को स्वीकार कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट के जजों के मौजूद वरिष्ठता क्रम के हिसाब से भविष्य में जस्टिस बागची देश के चीफ जस्टिस बन सकते हैं.
जस्टिस बागची देश के हाई कोर्ट जजों की वरीयता क्रम में 11 नंबर के थे. चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाले 5 सदस्यीय कॉलेजियम की तरफ से पारित प्रस्ताव में कुछ खास आधारों पर उनकी नियुक्ति की सिफारिश की गई थी. प्रस्ताव में कहा गया था कि कॉलेजियम ने जस्टिस बागची का चयन उनकी योग्यता के अलावा इस बात को भी ध्यान में रखकर किया है कि जस्टिस अल्तमश कबीर के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट का कोई जज चीफ जस्टिस नहीं बना है. जस्टिस कबीर 2013 में सेवानिवृत्त हुए थे.
2010 में कलकत्ता हाई कोर्ट के जज बने
जस्टिस बागची का कार्यकाल सुप्रीम कोर्ट में लगभग 6 साल का रहेगा. जस्टिस के वी विश्वनाथन के रिटायरमेंट के बाद 26 मई 2031 को वह देश के चीफ जस्टिस बनेंगे. 4 महीने से कुछ दिन ऊपर इस पद पर रहने के बाद वह 2 अक्टूबर 2031 को रिटायर होंगे. इस समय सुप्रीम कोर्ट में 32 जज काम कर रहे हैं, जबकि कुल स्वीकृत पद 34 हैं. जस्टिस बागची के कार्यभार संभालने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 33 हो जाएगी.