बोआ विस्टा,16 अक्टूबर 2024
ब्राजील के बाओ विस्टा की रहने वाली गिस्लेने डे डेउस की कहानी एक लड़की के साहस की कहानी है। एक ऐसी लड़की की कहानी है, जिसने अपने पिता के हत्यारे को 25 साल बाद जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। चलिए आपको पूरा किस्सा बताते हैं, जिसके बाद आप भी इस लड़की के हौसले को सलाम करेंगे।
ये कहानी शुरू होती है फरवरी 1999 में। उस वक्त गिराल्डो अपने एक दोस्त के साथ बैठे थे। इसी दौरान 20 पाउंड के कर्ज के लिए रेमुंडो गोम्स से उनकी तीखी नोकझोंक हो गई। आवेश में आकर गोम्स ने गिराल्डो को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।
घटना के दौरान 9 साल की थी गिस्लेन
जब ये वारदात हुई थी, तब गिस्लेने डे डेउस अपनी 5 बहनों में सबसे बड़ी थी, लेकिन उसकी उम्र महज 9 साल की थी। पिता की मौत के बाद घर चलाने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर थी। गिस्लेन के मन में ये बात घर कर गई थी कि उनके पिता का हत्यारा आजाद है और उसकी वजह से उनका परिवार बद से बदतर हालत में आ गया है।
लिहाजा, गिस्लेन ने कसम खाई कि वह अपने घर को बिखरने नहीं देंगी और अपने पिता के हत्यारे को सजा भी जरूर दिलाएंगी। इसके लिए उन्होंने पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखा और उसे सच करने में जुट गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हत्याकांड के बाद गोम्स पकड़ा गया और उस पर मुकदमा चला।
गिरफ्तारी से पहले फरार हो गया आरोपी
इसके बाद 2013 में उसे 12 साल की सजा सुनाई गई। हालांकि, फैसले के खिलाफ उसने अपील कर दी। इस बीच मुकदमा चलता रहा और समय बीतता गया। साल 2016 में अंतिम अपील खारिज होने के बाद गोम्स के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया।
मगर, गिरफ्तारी से पहले गोम्स फरार हो गया। इसके बाद उसकी तलाश फाइलों में ही सिमटकर रह गई। इस बीच गिस्लेन ने 18 साल की उम्र में कानून की पढ़ाई शुरू की और बाद में पुलिस बल में शामिल हो गईं। उन्होंने अपने काम के साथ ही पिता के हत्यारे की तलाश भी तेज कर दी।