छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के छात्रों के लिए एक बड़ी राहत की पहल की है। सरकार ने ऐलान किया है कि अब राज्य के मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए ब्याज मुक्त शिक्षा ऋण प्रदान किया जाएगा। यह योजना निश्चित रूप से राज्य के उन छात्रों की मदद करेगी, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
यह योजना उन छात्रों के लिए लागू होगी, जो राष्ट्रीयकृत बैंकों या राज्य स्तरीय वित्तीय संस्थानों से शिक्षा ऋण लेते हैं। ऋण की राशि छात्र के चुने गए पाठ्यक्रम और संस्थान के ट्यूशन फीस, पुस्तकें, आवास और अन्य शैक्षणिक खर्चों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार इस योजना के तहत शिक्षा ऋण पर लगने वाले ब्याज का भुगतान करेगी। इसका मतलब है कि छात्र को ऋण राशि पर कोई ब्याज नहीं देना होगा, जिससे उनकी कुल शिक्षा लागत में काफी कमी आएगी। यह योजना उन छात्रों के लिए वरदान साबित होगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए, छात्रों को संबंधित बैंक शाखा या वित्तीय संस्थान में जाना होगा और आवेदन पत्र भरना होगा। साथ ही, आवश्यक दस्तावेज जैसे कि अंकपत्र, आय प्रमाण पत्र, और चुने हुए शैक्षणिक संस्थान से प्रवेश पत्र जमा करना होगा। योजना के पात्र होने के बाद, बैंक छात्र को ऋण राशि प्रदान करेगा और सरकार ऋण पर ब्याज का भुगतान करेगी।
छत्तीसगढ़ सरकार की इस पहल से राज्य के मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक मदद मिलेगी। यह योजना निश्चित रूप से राज्य में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में योगदान देगी।