रायपुर, 8 सितंबर 2024 – छत्तीसगढ़ में एक पुलिस कांस्टेबल को 22 वर्षीय महिला से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना राज्य में कानून और व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, क्योंकि जिस पुलिसकर्मी को जनता की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया था, वही ऐसे संगीन अपराध में लिप्त पाया गया है।
घटना का विवरण
रायपुर पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने कांस्टेबल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि कांस्टेबल ने उसके साथ जबरदस्ती की। महिला का आरोप है कि कांस्टेबल ने उसे धोखे से फंसाया और धमकियों के साथ उसकी अस्मिता से खिलवाड़ किया। घटना के बाद, महिला ने पुलिस स्टेशन में जाकर मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
आरोपी की गिरफ्तारी
शिकायत मिलने के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें दुष्कर्म और धमकी देने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस का बयान
रायपुर के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को लेकर एक प्रेस वार्ता में कहा कि इस घटना की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच की जाएगी। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है, और जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस का कहना है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह पुलिस बल का सदस्य ही क्यों न हो।
समाज में आक्रोश
इस घटना के बाद से छत्तीसगढ़ में लोगों में गहरा आक्रोश है। आम जनता के साथ-साथ महिला अधिकार संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। महिला संगठनों ने मांग की है कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। लोगों का कहना है कि जिन पर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है, अगर वही इस तरह के अपराध में लिप्त होंगे, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या होगा?
महिला सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर राज्य में महिला सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। पहले भी छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कई मामले सामने आए हैं, और यह घटना साबित करती है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल के सदस्यों के आचरण पर निगरानी और नियंत्रण की मांग भी जोर पकड़ रही है।