काबुल,16 अप्रैल 2025
अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में बुधवार सुबह 4:43 बजे 5.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके भारत, तिब्बत और बांग्लादेश तक महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र हिंदू कुश में धरती से 75 किलोमीटर की गहराई पर था। झटके इतने तेज थे कि जम्मू-कश्मीर से लेकर बांग्लादेश तक लोगों ने धरती को हिलते हुए महसूस किया। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) ने बताया कि अफगानिस्तान प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूस्खलन और भूकंप के लिए अत्यधिक संवेदनशील है और लगातार आने वाले भूकंप वहां के पहले से संघर्ष झेल रहे समुदायों को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं। रेड क्रॉस के अनुसार, अफगानिस्तान भूगर्भीय रूप से एक सक्रिय क्षेत्र है और यह भारतीय तथा यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित है। यहां हर साल भूकंप आते हैं, और एक प्रमुख फॉल्ट लाइन हेरात से होकर गुजरती है।
5.9 तीव्रता का भूकंप मध्यम से उच्च श्रेणी का माना जाता है, और यदि यह किसी घनी आबादी वाले क्षेत्र में आता है तो भारी नुकसान की आशंका रहती है। हालांकि फिलहाल किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। इससे पहले ताजिकिस्तान में भी 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जो पिछले दो दिनों में सेंट्रल एशिया में आया तीसरा भूकंप था। रविवार को ताजिकिस्तान में 6.1 और 3.9 तीव्रता वाले दो भूकंप दर्ज किए गए थे। वहीं हाल ही में म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी और कई अभी भी लापता हैं। उस भूकंप के झटके भारत और थाईलैंड में भी महसूस किए गए थे। भारत सरकार ने म्यांमार को राहत सामग्री भेजकर मदद की थी।