नई दिल्ली, 10 सितंबर 2024:
भारत में मंकीपॉक्स (Mpox) के पहले पुष्ट मामले की पुष्टि हुई है। एक युवक, जो हाल ही में एक ऐसे देश से लौटा है जहां मंकीपॉक्स का प्रकोप चल रहा है, उसमें इस वायरस का संक्रमण पाया गया है। उसे एक विशेष अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है, और उसकी स्थिति स्थिर है।
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह मामला विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा घोषित वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का हिस्सा नहीं है। मंत्रालय ने कहा, “किसी भी अनावश्यक चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।”
इस खबर के बाद लोगों में कुछ हद तक चिंता देखने को मिली है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है और सभी आवश्यक कदम उठा रहा है ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।
मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, त्वचा पर दाने, और शरीर में दर्द शामिल हैं। हालांकि, यह वायरस आमतौर पर गंभीर नहीं होता और इसके ज्यादातर मामले स्वयं ही ठीक हो जाते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें और सतर्क रहें।
इस मामले के बाद, भारत सरकार ने हवाई अड्डों और अंतरराष्ट्रीय प्रवेश बिंदुओं पर स्क्रीनिंग को कड़ा कर दिया है और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। देश में इस वायरस की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।
भारत में मंकीपॉक्स का पहला पुष्ट मामला, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा ‘घबराने की जरूरत नहीं’
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