पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर समेत चार पर शिक्षक को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप

Isha Maravi
Isha Maravi



बालोद, 11 सितंबर 2024 – छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में बीते दिनों एक टीचर द्वारा आत्महत्या करने के मामले में एक नया मोड़ आया है। शिक्षक की जेब से मिले सुसाइड नोट में चार लोगों के नाम का उल्लेख किया गया है, जिन्हें मृतक ने अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व वन मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर का नाम भी शामिल है।

मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 108, 3(5) के तहत बालोद जिले के डोंडी थाने में पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान पुलिस को शिक्षक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें हरेंद्र नेताम, मदार खान, प्रदीप ठाकुर के साथ पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर का नाम लिखा था। पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की जांच जारी है।

सुसाइड नोट में गंभीर आरोप

घटना टीचर्स डे से दो दिन पहले, 3 सितंबर की है, जब देवेंद्र ठाकुर नाम के एक शिक्षक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी जेब में मिले सुसाइड नोट में लिखा था, “मेरी मौत के लिए हरेंद्र नेताम, मदार खान, प्रदीप ठाकुर सहित पूर्व वन मंत्री मोहम्मद अकबर जिम्मेदार हैं।” शिक्षक ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे पैसे लिए थे, लेकिन ना तो नौकरी मिली और ना ही पैसे वापस किए गए।

मृतक शिक्षक ने अपने सुसाइड नोट में लीला राम कोर्राम से अनुरोध किया कि वे उनकी मौत के बाद पैसा वापस दिलाने का प्रयास करें और न्याय दिलाएं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक के आत्महत्या के बाद उनके शव का पंचनामा किया गया था और सुसाइड नोट को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया गया है।

जांच की दिशा में आगे बढ़ रही पुलिस

पुलिस ने बताया कि 3 सितंबर को सरकारी स्कूल के शिक्षक देवेंद्र ठाकुर का शव उनके घर में फांसी से लटका हुआ मिला था। उनकी जेब से मिले सुसाइड नोट में पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर, मदार खान, हरेंद्र नेताम, और प्रदीप ठाकुर का नाम दर्ज था। सुसाइड नोट में यह भी उल्लेख था कि इन चारों ने नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे, लेकिन नौकरी नहीं मिली और पैसे भी वापस नहीं किए गए।

इस मामले ने राज्य में हलचल मचा दी है, खासकर इसलिए कि इसमें एक वरिष्ठ राजनेता का नाम शामिल है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है और जांच में तेजी लाई जा रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

इस घटना ने लोगों में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। राज्य में शिक्षक संगठनों और अन्य सामाजिक संगठनों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि मामले की हर पहलू से जांच की जाएगी और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

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