कोमल शर्मा
त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है और हमारे देश में मिठाई और पकवान के बिना त्योहार अधूरे से लगते हैं। लेकिन आधुनिक जीवनशैली और तनाव के चलते मधुमेह के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
ऐसे में अब हमें अपने त्योहार संभल कर मनाने होंगे ताकि हमारी खुशियों पर स्वास्थ्य की चिंता हावी न हो जाए।
त्योहारों पर पकवानों की महक, मिठाईयों का लालच, स्ट्रेस, देर रात खाना और ज्यादा आराम – ये सब पलभर के लिए भले ही खुशी दें, लेकिन ध्यान न देने पर यह आनंद जल्दी ही आफत में बदल सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, मधुमेह के मामलों में भारत सबसे ऊपर है। खानपान की गलत आदतें, तनाव, और बिना शारीरिक मेहनत के जीवनशैली इसके प्रमुख कारणों में से हैं।
मधुमेह नियंत्रण के टिप्स: कैसे मनाएं सुरक्षित त्योहार?
- बॉडी को डिटॉक्स करे
त्योहार से पहले अपनी बॉडी को प्राकृतिक तरीकों से डिटॉक्स करना सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए आप सुबह मिट्टी की पट्टी पेट पर आधे घंटे तक रखें, गुनगुने पानी का एनिमा लें, और सूर्य स्नान या रेत स्नान करें। 15 दिन में एक बार शंखप्रक्षालन (गहरे आंतरिक शुद्धि की प्रक्रिया) करने से भी शरीर को लाभ मिलता है। हालांकि, इन उपायों को करने से पहले किसी चिकित्सक या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होता है। इन प्राकृतिक उपायों से शरीर की शुद्धि होती है, जिससे रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है।
- नियमित दिनचर्या और व्यायाम
मधुमेह के मरीजों के लिए नियमित दिनचर्या और शारीरिक व्यायाम अत्यंत महत्वपूर्ण है। रोज़ाना पाँच से छह किलोमीटर टहलें, सुबह जल्दी उठें और व्यायाम और प्राणायाम करें। इससे आपके शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है और शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। सुबह उठते ही उकड़ू बैठकर गुनगुने पानी का धीरे-धीरे सेवन करें ताकि पाचन तंत्र साफ रहे। शरीर में लचीलापन और फिटनेस बनाए रखने से रक्त शर्करा का स्तर भी नियंत्रण में रहता है।
- स्वास्थ्यवर्धक आहार अपनाएं
त्योहारों में लजीज पकवानों के लालच में आना स्वाभाविक है, लेकिन इससे पहले आप अपने नियमित आहार पर ध्यान दें। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीकर पेट साफ करें और भीगी हुई मेथी के दानों का सेवन करें। करेला का रस भी मधुमेह नियंत्रण में लाभकारी होता है। नाश्ते में अंकुरित मेथी, मूंग, चना और खीरा, ककड़ी जैसी सब्जियों की सलाद को शामिल करें। फलों में खट्टे या कम मीठे प्राकृतिक फल चुनें। गेहूं के बजाय मोटे अनाज जैसे जौ, बाजरा, रागी आदि को प्रमुखता दें, लेकिन यह ध्यान रखें कि कौन से अनाज आपके लिए अधिक पाचक हैं। भोजन में दाल को जरूर शामिल करें और रात का खाना सूर्यास्त से पहले ही कर लें ताकि भोजन सही तरीके से पच सके।
- मिठाइयों का संतुलन बनाए रखें
त्योहारों पर मिठाईयों का सेवन करना तो लाजमी है लेकिन मधुमेह रोगी इसके लिए कुछ सावधानियाँ बरत सकते हैं। चीनी से बनी मिठाइयों से परहेज करें और शुगर फ्री मिठाई का भी अधिक सेवन न करें। घर पर बनी मिठाई, जैसे भुने चने और गुड़, खजूर और ड्राईफ्रूट्स, मिलेट्स और शहद से बनी मिठाइयों का सेवन करें। यह न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि सेहत के लिए भी अच्छे हैं। हर भोजन के बाद थोड़ी देर टहलना भी अच्छा होता है, ताकि कैलोरीज को बर्न करने में मदद मिले। इसके अलावा, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे और मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम करता रहे।
मधुमेह के मरीजों के लिए खास सुझाव
त्योहार की व्यस्तता में अक्सर परिवार के सदस्य मरीजों पर ध्यान नहीं दे पाते। ऐसे में मधुमेह रोगियों को खुद भी अपने खानपान और दिनचर्या पर ध्यान देना होगा। थोड़ी सी सतर्कता के साथ आप त्योहार की मिठास और स्वाद का पूरा आनंद ले सकते हैं।