मुंबई, 14 अक्टूबर 2024
Hyundai मोटर इंडिया (HMIL) 15 अक्टूबर को अपना मेगा-इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लॉन्च करने जा रही है, जिसे अब तक का सबसे बड़ा IPO माना जा रहा है। इस IPO के जरिए कंपनी 27,756 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रख रही है। प्रति शेयर का प्राइस बैंड 1,865 रुपये से 1,960 रुपये के बीच रखा गया है। निवेशकों के लिए लॉट साइज 7 इक्विटी शेयरों का होगा, और इसके बाद उसी अनुपात में निवेश किया जा सकेगा। हुंडई के शेयरों को 22 अक्टूबर को BSE और NSE पर सूचीबद्ध किया जाएगा।
यह IPO पूरी तरह से हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के रूप में पेश किया जा रहा है। इस इश्यू के लिए बोली प्रक्रिया 17 अक्टूबर को समाप्त होगी, जबकि एंकर निवेशकों के लिए बुक 14 अक्टूबर को खोली जाएगी।
हुंडई मोटर इंडिया के IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) फिलहाल 170 रुपये प्रति शेयर है, जो निवेशकों के लिए सिंगल डिजिट लिस्टिंग गेन का संकेत देता है। हालांकि, कुछ दिनों पहले GMP 270 रुपये प्रति शेयर था, और महीने की शुरुआत में यह लगभग 400 रुपये के स्तर पर था।
ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि यह इश्यू दीर्घकालिक निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकता है, खासकर कंपनी के नए लॉन्च, मजबूत ब्रांड छवि और प्रीमियमाइजेशन पर ध्यान केंद्रित करने के कारण। हालांकि, OFS के माध्यम से पूरी बिक्री और आक्रामक मूल्य निर्धारण कुछ निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं।
हुंडई मोटर ने भारतीय बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है, विशेषकर बिक्री के बाद की बेहतरीन और किफायती सेवाओं के कारण। अरिहंत कैपिटल मार्केट्स के मुताबिक, कंपनी कोरिया के आरएंडडी और चेन्नई स्थित फैक्ट्री की मदद से अपने संचालन को अनुकूलित करने और वितरण नेटवर्क का विस्तार करने में सक्षम रही है।
हुंडई मोटर इंडिया ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) सेगमेंट में भी तेजी से कदम बढ़ा रही है और कंपनी का लक्ष्य इस क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनना है। कंपनी ने अन्य प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले सबसे अधिक रिटर्न ऑन नेट वर्थ (RoNW) दर्ज किया है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि भारत के तेजी से बढ़ते पैसेंजर व्हीकल (PV) बाजार का कंपनी भरपूर लाभ उठा सकती है, और इसी कारण इस IPO के लिए ‘लंबी अवधि के लिए सदस्यता’ की सिफारिश की गई है।
निवेशक अपने पोर्टफोलियो को हुंडई की विकास क्षमता और मूल्यांकन के आधार पर पुनः संतुलित कर सकते हैं, जिससे इसके प्रतिस्पर्धियों के शेयरों पर दबाव बन सकता है। यह IPO भारत में पिछले दो दशकों में पहला बड़ा ऑटोमोटिव IPO है, जो वैश्विक निवेशकों के बीच भी गहरी रुचि जगा सकता है। हालांकि, यदि यह ओवरवैल्यूड माना जाता है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।
इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, HSBC सिक्योरिटीज और कैपिटल मार्केट्स, जेपी मॉर्गन इंडिया और मॉर्गन स्टेनली इंडिया हैं। वहीं, केफिन टेक्नोलॉजीज इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार की भूमिका निभाएगा।