अबू धाबी, 4 सितंबर 2024: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने मंगलवार को अपने पहले अंतरराष्ट्रीय परिसर का शुभारंभ अबू धाबी में किया। यह ऐतिहासिक कदम भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली के वैश्वीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस नए परिसर में पहले बैच के रूप में 52 छात्रों का प्रवेश हुआ है, जो विभिन्न इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में अध्ययन करेंगे।
उद्घाटन समारोह
इस परिसर का उद्घाटन समारोह अबू धाबी के प्रतिष्ठित शैक्षणिक क्षेत्र में आयोजित किया गया। इस मौके पर भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ-साथ आईआईटी दिल्ली के वरिष्ठ संकाय सदस्य भी उपस्थित थे। उद्घाटन के दौरान, आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रमैश ने कहा, “यह हमारे लिए एक गर्व का क्षण है। अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली का परिसर भारतीय उच्च शिक्षा को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”
आईआईटी दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय विस्तार की दिशा में कदम
आईआईटी दिल्ली का यह पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर है, जिसे अबू धाबी सरकार और भारतीय उच्च शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से स्थापित किया गया है। इस नए परिसर का उद्देश्य यूएई और आसपास के क्षेत्रों के छात्रों को विश्वस्तरीय तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है।
प्रोफेसर रमैश ने बताया कि अबू धाबी परिसर में पढ़ाई के लिए अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं और प्रयोगशालाओं का प्रावधान किया गया है, जिससे छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान का भी भरपूर अनुभव मिलेगा।
पहले बैच के 52 छात्र
अबू धाबी परिसर में पहले बैच के लिए 52 छात्रों का चयन किया गया है, जो विभिन्न इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के पाठ्यक्रमों में अध्ययन करेंगे। ये छात्र विभिन्न राष्ट्रीयताओं के हैं और उन्हें आईआईटी दिल्ली के उच्च मानकों के अनुरूप शिक्षा प्रदान की जाएगी।
आईआईटी दिल्ली की वैश्विक उपस्थिति
आईआईटी दिल्ली का यह अंतरराष्ट्रीय परिसर भारत की शिक्षा प्रणाली के वैश्विक विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह संस्थान अपने शोध और नवाचार के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है और अब यह अबू धाबी में भी अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार है।