साइंस का मानना है कि कुछ देर टहलने से चिंता और तनाव को कम किया जा सकता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की वर्ष 2023 की एक स्टडी के मुताबिक रोज सिर्फ 20 मिनट वॉक करने से भी स्ट्रेस और एंग्जाइटी में 14% तक की कमी आ सकती है।
कई अन्य शोधों से भी पता चलता है कि पैदल चलना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। अगर हम इसे अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल कर लें तो इससे कई बीमारियों की संभावना भी कम हो सकती है।
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के मुताबिक, वॉक करना एक तरह का ‘मूड बूस्टर’ है। शारीरिक गतिविधि दिमाग में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करती है इससे हमारा मूड अच्छा होता है।
पैदल चलना ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन बढ़ाता है, जिससे एंडोर्फिन और सेरोटोनिन जैसे ‘हैप्पी हार्मोन’ रिलीज होते हैं। खासकर अगर आप तेज गति से चल रहे हों। साथ ही यह स्ट्रेस लेवल को भी कम करता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि 20-30 मिनट पैदल चलना शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाता है। जो लोग शहरों के शोर-प्रदूषण से दूर गांव या हरी-भरी जगह पर रह रहे हैं, उनके लिए तो प्रकृति के करीब रहना अमृत समान है। लेकिन जो लोग शहरों में रह रहे हैं और हरे-भरे स्थानों तक उनकी पहुंच नहीं है, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं। ‘साइंस डायरेक्ट’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक एनर्जी बढ़ाने के लिए और मूड अच्छा करने के लिए सीढ़ियां उतरना-चढ़ना भी काफी फायदेमंद है। यहां तक कि ये कैफीन के मुकाबले ज्यादा असरदार माना गया है।