13 सितंबर 2024, नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) द्वारा ओसामा बिन लादेन की खोज से जुड़ी नई जानकारी का खुलासा किया गया है। 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमलों के मुख्य योजनाकार और अल-कायदा के पूर्व प्रमुख, ओसामा बिन लादेन की खोज में अमेरिका की भूमिका पर नए दस्तावेज़ सामने आए हैं, जिसमें कई महत्वपूर्ण विवरण प्रकाशित किए गए हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी द्वारा जारी किए गए दस्तावेज़ों में क्या है खास?
NSA द्वारा जारी किए गए इन दस्तावेज़ों में ओसामा बिन लादेन की खोज और पकड़े जाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गई हैं। इन दस्तावेजों से पता चलता है कि NSA ने ओसामा बिन लादेन की खोज में उन्नत तकनीकों का उपयोग किया, जिसमें सिग्नल इंटेलिजेंस (सिगइंट) और मानव खुफिया (ह्यूमिंट) का गहनता से इस्तेमाल किया गया था। इसके अलावा, दस्तावेज़ों से यह भी जानकारी मिलती है कि पाकिस्तान में एबटाबाद में बिन लादेन के ठिकाने का पता लगाने के लिए विशेष ऑपरेशन्स और संयुक्त गुप्त एजेंसियों के सहयोग से कार्य किया गया।
खुलासे में क्या महत्वपूर्ण है?
दस्तावेज़ों में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि किस प्रकार अमेरिका ने अपने गुप्त खुफिया नेटवर्क और अत्याधुनिक उपग्रहों का इस्तेमाल कर ओसामा के ठिकाने का पता लगाया। इन नई जानकारियों के मुताबिक, NSA ने पाकिस्तान के एबटाबाद में स्थित एक संदिग्ध कंपाउंड पर अपनी नजर रखी, जो आखिरकार बिन लादेन का ठिकाना निकला। दस्तावेजों में बताया गया है कि कंपाउंड में इस्तेमाल हो रहे असामान्य संचार साधनों और तकनीकी गतिविधियों के आधार पर NSA को यह जानकारी मिली थी।
इन खुलासों पर विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
दस्तावेज़ों के जारी होने के बाद, कई विशेषज्ञों ने इन जानकारियों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है। खुफिया विश्लेषकों का कहना है कि यह दस्तावेज़ दर्शाते हैं कि किस प्रकार अमेरिका ने अत्यधिक गोपनीय और उन्नत तकनीकों का उपयोग किया ताकि बिन लादेन के ठिकाने तक पहुंचा
ये समाचार NSA द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों पर आधारित है, जो आतंकवाद और उसके खिलाफ लड़ाई से जुड़े नए विवरणों को समझने में मददगार साबित हो सकते हैं।
ओसामा बिन लादेन की खोज से जुड़ी नई जानकारी: राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने जारी किए दस्तावेज़

Leave a comment