
पटना, 5 जुलाई 2025:
राजधानी पटना शुक्रवार रात एक और सनसनीखेज हत्या का गवाह बनी, जब जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की उनके अपार्टमेंट के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ठीक सात साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की भी इसी तरह की हत्या हुई थी। दोनों हत्याएं लगभग एक जैसे पैटर्न पर की गईं, जिससे अब यह मामला और भी रहस्यमयी बन गया है।
घटना उस समय हुई जब गोपाल खेमका आधी रात को अपनी कार से अपार्टमेंट लौट रहे थे। तभी घात लगाए हमलावरों ने उन्हें नजदीक से गोली मार दी। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके से एक कारतूस और एक खोखा मिला है, और इलाके की घेराबंदी कर सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
2018 में इसी खेमका परिवार को एक और बड़ी चोट लगी थी जब गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या हाजीपुर में कर दी गई थी। वह अपनी फैक्ट्री पहुंचे ही थे कि पहले से छिपे हमलावरों ने उन पर कार के शीशे से सटाकर कई गोलियां दाग दी थीं। सिर और सीने में गंभीर चोटें लगने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही गोपाल खेमका काफी टूट चुके थे।
अब, बेटे की मौत के सात साल बाद खुद गोपाल खेमका की भी हत्या हो गई, जिससे परिवार और पटना का व्यावसायिक समुदाय स्तब्ध है। व्यापारियों में भारी आक्रोश है और उन्होंने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। एक ही परिवार में दो सदस्यों की एक जैसी हत्या ने न सिर्फ पटना को हिला दिया है बल्कि यह भी सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या यह कोई रंजिश है या किसी बड़े साजिश का हिस्सा?