दिल्ली , 05 मार्च 2025:
सोशल मीडिया स्टार को UPSC देने का चढ़ा चस्का, पांच बार हुईं फेल और छठी बार में बन गईं IAS. पढ़िए ऐसी ही एक ऑफिसर की सक्सेस स्टोरी जिन्होंने देश की प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की.
सिविल सर्विसेज एग्जाम पास करना लाखों छात्रों के लिए सिर्फ एक लक्ष्य नहीं होता, बल्कि यह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), और भारतीय राजस्व सेवा (IRS) जैसी प्रतिष्ठित पदों तक पहुंचने का रास्ता होता है. यह पद समाज में ऊंचे दर्जे की स्थिति स्थापित करने का अवसर प्रदान करते हैं. लेकिन यूपीएससी (UPSC) परीक्षा पास करना एक कठिन कार्य है, जिसमें निरंतर मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है. यही कारण है कि कुछ ही लोग सफल हो पाते हैं, जबकि बाकी सालों तक इस लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करते रहते हैं. जो लोग यह लक्ष्य हासिल कर लेते हैं, उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव आता है.
हम आपके लिए एक खास सीरीज ‘सक्सेस मंत्रा’ लेकर आए हैं, जिसमें आज हम आपको बताएंगे आईएएस अधिकारी प्रियंका गोयल, जिनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें कई मुश्किलों को पार करने के बाद सफलता दिलाई. प्रियंका के पिता एक व्यवसायी हैं और मां गृहिणी हैं.
0.3 अंक से दूसरे अटेम्प्ट में गईं थी चूक
प्रियंका गोयल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के केशव महाविद्यालय (KMV) से कॉमर्स में स्नातक किया. उन्होंने अपनी 12वीं की परीक्षा महाराजा अग्रसेन मॉडल स्कूल, पीतमपुरा, दिल्ली से की थी, जिसमें उन्हें 93% अंक मिले थे. उनकी सिविल सर्विसेज एग्जाम यात्रा 2016 में शुरू हुई, और उन्होंने 2017 में पहली बार यूपीएससी का परीक्षा दी. 2018 में, वह प्रीलिम्स पास करने में केवल 0.3 अंक से चूक गईं.
छठे प्रयास में बनी IAS, 17 से 18 घंटे की पढ़ाई
प्रियंका ने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना, जिसमें उन्हें 292 अंक मिले. पिछले प्रयासों में पारिवारिक समस्याओं के कारण उनकी तैयारी प्रभावित हुई थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. 2022 में उन्होंने अपना छठा प्रयास किया. इस बार उन्होंने दिन-रात 17-18 घंटे तक पढ़ाई की और परीक्षा से पहले दो महीने तक लगातार कड़ी मेहनत की. इसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने अखिल भारतीय रैंक 369 हासिल की. प्रियंका की लगातार मेहनत और दृढ़ निश्चय ने उन्हें DANICS कैडर (दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, लक्षद्वीप, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली) में स्थान दिलवाया.
सोशल मीडिया पर लाखों हैं फॉलोअर्स
प्रियंका की कहानी हमें यह सिखाती है कि असफलताओं से निराश होकर रुकना नहीं चाहिए. अगर दिल में लक्ष्य हो और मेहनत में कोई कमी न हो, तो कोई भी मुश्किल पार की जा सकती है. प्रियंका की तरह ही हम सभी को अपने सपनों को पूरा करने के लिए निरंतर संघर्ष और मेहनत करनी चाहिए. इंस्टाग्राम पर उनके 211K फॉलोअर्स हैं. यहां अक्सर वो अपनी तस्वीरें और वीडियो शेयर करती रहती हैं.