
नई दिल्ली,26 मई 2025
नई दिल्ली में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एनडीए शासित 20 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और 18 उपमुख्यमंत्रियों की अहम बैठक हुई, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जातिगत जनगणना के मुद्दों पर दो अहम प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह समेत शीर्ष नेतृत्व मौजूद रहा। इस बैठक को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले वर्ष के पूरे होने से पहले रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें सुशासन, केंद्र-राज्य योजनाओं के आदान-प्रदान और आगामी चुनावों के रोडमैप पर चर्चा हुई।
बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को लेकर पहला प्रस्ताव राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा पेश किया गया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके माध्यम से भारतीय सेना के पराक्रम की सराहना करते हुए आतंकवाद और उसे संरक्षण देने वाले देशों के खिलाफ सख्त रुख का संदेश दिया गया। वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा पेश किए गए जातिगत जनगणना प्रस्ताव को भी सभी नेताओं ने समर्थन दिया। पीएम मोदी ने इसे सामाजिक न्याय की दिशा में अहम कदम बताया, जिसका मकसद वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाना है। जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी जातिवादी राजनीति नहीं करती, बल्कि सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है।
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने आगामी एक वर्ष की योजना भी साझा की, जिसमें ‘मोदी सरकार 3.0’ के एक साल पूरे होने, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10 साल और इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान की बात कही गई। एनडीए नेता देशभर में पदयात्रा, जनसंवाद, सेमिनार और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से अपनी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएंगे। इस बैठक को न केवल एनडीए की एकजुटता दिखाने वाला मंच माना गया, बल्कि यह 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद बदली परिस्थितियों में गठबंधन की नई ऊर्जा और रणनीतिक दिशा भी तय करता है।