पाकिस्तान , 06 मार्च 2025 :
China Pakistan News: अगर चीन इस इलाके में अपने पांव जमा लेता है तो वह दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण चौक पॉइंट्स में से एक होर्मुज जलडमरूमध्य पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लेगा.
China Pakistan News: पाकिस्तान अक्सर चीन के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रचता रहा है. बलूचिस्तान में आए दिन हो रहे आतंकवादी हमलों से निपटने में पाकिस्तान असमर्थ है, जिस वजह से उसने अब एक नई चाल चली है. पाकिस्तान सरकार ने दक्षिणी बलूचिस्तान में चीन की सेना को 5000 एकड़ से अधिक जमीन आवंटित किया है. हालांकि इसके बदले पाकिस्तान ने चीन से उसे पूरे क्षेत्र का विकास करने का करार किया है. पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारी आदिल रजा ने इस बात का दावा किया है.
सुरक्षा के लिहाज से भारत के लिए खतरनाक
बताया जा रहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को पाकिस्तान ने जो जमीन दी है वो उसपर नौसेना और एयपोर्ट की स्थापना करेगा. अगर ऐसा होता है तो ये भारत के सुरक्षी के दृष्टिकोण से खतरनाक साबित हो सकता है. चीन पहले से ही ग्वादर में एक बंदरगाह बना चुका है और अब एक और नया नौसैनिक बंदरगाह भारत को ध्यान में रखकर ही बनाने की प्लानिंग होगी. पाकिस्तान ने चीन को जो जगह दी है वह ग्वादर से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
चीन को होगा बड़ा फायदा
पूर्व पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी ने एक्स पर पोस्ट बताया, “लगभग सात साल पहले, चीनी राज्य टेलीविजन ने बलूचिस्तान के जिवानी क्षेत्र में इसी तरह के विकास पर पाकिस्तान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की सूचना दी थी.” अगर चीन इस इलाके में अपनी पकड़ मजबूत कर लेता है तो फिर वो दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण चोकपॉइंट्स में से एक होर्मुज जलडमरूमध्य पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लेगा.
ग्वादर में बना चुका है एयरपोर्ट
पाकिस्तान और चीन ने साल 2015 में चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) समझौता किया था, जिसके तहत चीन ग्वादर में बंदरगाह, एयरपोर्ट बनाने की बात कही गई थी. हालांकि ग्दावर एयरपोर्ट पाकिस्तान के किसी काम का नहीं रहा. भले ही पाकिस्तान की सरकार इसे अपनी उपलब्धि बता रही है, लेकिन जमीनी हकीकत तो ये है कि जब यहां पहली बार विमान लैंडिंग कराई गई तो पूरे इलाके में लॉकडाउन लगा दिया गया था. आम आदमी की आवाजाही पर पाबंदी लगी हुई थी.