लखनऊ, 1 नवंबर 2025:
उत्तर प्रदेश में जल्द ही नेपाल तक जाने का सफर और भी आसान होने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने लखनऊ से बाराबंकी-बहराइच होते हुए नेपाल सीमा तक एक नया फोर लेन हाईवे बनाने की तैयारी तेज कर दी है। 36 सौ करोड़ की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत बाराबंकी से बहराइच के बीच 102 किलोमीटर लंबे मार्ग को फोर लेन में तब्दील किया जाएगा, जिसे आगे नेपाल सीमा पर स्थित रूपईडीहा तक बढ़ाया जाएगा।
एनएचएआई के प्रस्ताव के मुताबिक यह परियोजना दो चरणों में पूरी की जाएगी। पहले चरण में बाराबंकी से बहराइच तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में बहराइच से रूपईडीहा तक का विस्तार शामिल रहेगा। अधिकारियों के अनुसार, सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) राज्य सरकार द्वारा पहले ही मंजूर की जा चुकी है।
वर्तमान में गोरखपुर मार्ग से नेपाल जाने में लगभग 300 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है, जबकि बहराइच-रूपईडीहा रूट से यह दूरी करीब 200 किलोमीटर ही रह जाएगी। लखनऊ-बहराइच मार्ग पर तेजी से बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए सड़क चौड़ीकरण की जरूरत महसूस की जा रही थी। एनएचएआई अब इस प्रोजेक्ट का टेंडर जारी करने की तैयारी में है।
यह फोर लेन हाईवे लखनऊ, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा और बलरामपुर जिलों के लोगों के लिए न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा बल्कि नेपाल और भारत के बीच व्यापारिक और पर्यटन संपर्क को भी मजबूत करेगा। इसके साथ ही, मंदिर पर्यटन कॉरिडोर जैसे बाराबंकी के लोधेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र में भी यातायात दबाव घटने की उम्मीद है। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल सीमावर्ती जिलों में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी।






