
जम्मू, 15 जून 2025
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अब धीरे-धीरे राज्य में फिर से स्थितियां समान्य हो रही हैं। आतंकी हमले के बाद पर्यटन के प्रमुख्य स्पॉट जो सुरक्षा के चलते बंद कर दिए गए थे वे अब दोबारा से पर्यटकों के लिए खुलने को तैयार हैं।
शनिवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राज्य के करीब 16 पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने की घोषणा की है। बता दे कि यह पर्यटन स्थल 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले के बाद एहतियात के तौर पर अस्थायी रूप से बंद कर दिया गए थे। इन पर्यटक स्थलों और पार्कों में से 8 जम्मू संभाग में और 8 श्रीनगर में हैं।
बेताब घाटी और पहलगाम मार्केट, वेरीनाग गार्डन, कोकरनाग गार्डन और अच्छाबल गार्डन के पार्क 17 जून को फिर से खोले जाएंगे।उपराज्यपाल ने कहा कि जिन अन्य पर्यटन स्थलों को फिर से खोला जा रहा है, उनमें श्रीनगर में बादामवारी पार्क, डक पार्क, तकदीर पार्क, कठुआ में सरथल, धागर, देवी पिंडी, सियाद बाबा, रियासी में सुला पार्क, डोडा में गुलदांडा और जय घाटी और उधमपुर में पंचेरी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। उन्होंने पहलगाम में विधानसभा सदस्यों, डीडीसी अध्यक्षों और उपाध्यक्षों, टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों, पोनीवाला एसोसिएशन और होटल व्यवसायी संघों के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि पूरी सुरक्षा जांच के बाद अन्य पर्यटन स्थलों पर प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे।
उपराज्यपाल ने यह भी कहा कि आगामी अमरनाथ यात्रा से कश्मीर में पर्यटन को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं और वार्षिक श्री अमरनाथ जी तीर्थयात्रा को सफल बनाएं। यह यात्रा केवल प्रशासन या सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी नहीं है; यह लोगों की यात्रा है।
इसमें योगदान देने में सभी को गर्व महसूस करना चाहिए।” उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने एक व्यापक सुरक्षा योजना तैयार की है तथा तीर्थयात्रियों से निर्धारित काफिले में यात्रा करने का आग्रह किया है। उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में यात्रा को सहयोग देने के लिए बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं, जिनमें बेहतर सड़कें, बेहतर बिजली और दूरसंचार संपर्क, आवास सुविधाओं में वृद्धि और मजबूत सुरक्षा प्रणालियां शामिल हैं। उपराज्यपाल ने नुनवान बेस कैंप का भी दौरा किया और आपदा प्रबंधन केंद्र तथा यात्री निवास की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने 3 जुलाई से शुरू होने वाली श्री अमरनाथजी तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया।






