
नई दिल्ली, 13 जून 2025
विश्व आर्थिक मंच की वैश्विक लैंगिक अंतर रिपोर्ट 2025 जारी हो चुकी है। जिसमें भारत भारत पिछले वर्ष की तुलना में दो स्थान फिसलकर 148 देशों की सूची में 131वें स्थान पर पहुंच गया। गुरुवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, मात्र 64.1% के समता स्कोर के साथ भारत दक्षिण एशिया में सबसे निचले रैंक वाले देशों में से एक है। वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक चार प्रमुख आयामों में लैंगिक समानता को मापता है: आर्थिक भागीदारी और अवसर, शैक्षिक उपलब्धि, स्वास्थ्य और जीवन रक्षा, तथा राजनीतिक सशक्तिकरण।
भारतीय अर्थव्यवस्था के समग्र प्रदर्शन में निरपेक्ष रूप से +0.3 अंकों का सुधार हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, “भारत ने जिन आयामों में समानता बढ़ाई है, उनमें से एक आर्थिक भागीदारी और अवसर है, जहां इसका स्कोर +.9 प्रतिशत अंकों से बढ़कर 40.7% हो गया है। जबकि अधिकांश संकेतक मूल्य समान रहते हैं, अनुमानित अर्जित आय में समानता 28.6% से बढ़कर 29.9% हो गई है, जिसका उपसूचकांक स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।”
साथ ही अगर भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो राजनीतिक सशक्तीकरण और आर्थिक भागीदारी में उल्लेखनीय प्रगति के साथ, बांग्लादेश दक्षिण एशिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला देश बनकर उभरा है, जो 75 रैंक की छलांग लगाकर वैश्विक स्तर पर 24वें स्थान पर पहुंच गया है। दूसरी ओऱ इंडेक्स में नेपाल 125वें, श्रीलंका 130वें, भूटान 119वें, मालदीव 138वें और पाकिस्तान 148वें स्थान पर है।
वहीं हर बार की तरह इस बार भी ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट में लगातार 16वें साल भी आइसलैंड जेंडर समानता में दुनिया में सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर फिनलैंड, तीसरे नंबर पर नॉर्वे, चौथे नंबर पर यूके (ब्रिटेन) और पांचवें नंबर पर न्यूजीलैंड है।






