
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 11 नवंबर 2024:
वाराणसी में उत्तर प्रदेश की राजनीति में पोस्टर वार का एक नया अध्याय जुड़ गया है। समाजवादी पार्टी ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस पोस्टर में बीएचयू में छात्रा से हुए गैंगरेप के मामले में भाजपा आईटी सेल से जुड़े आरोपियों की ओर इशारा करते हुए तंज कसा गया था, जिसमें लिखा था, “यहां न दिखें भाजपाई… छात्राएं हैं घबराई!” इस पोस्टर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ‘जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई’ पर पलटवार के रूप में देखा जा रहा है।
समाजवादी पार्टी का तीखा पलटवार
समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा करते हुए कहा कि बाबा को ऐसे बयान देने से पहले अपनी आंखों की जांच करानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि गैंगरेप करने के बाद भाजपा आईटी सेल के पदाधिकारियों को मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए भेज दिया गया, जहां ये ‘मोदी की गारंटी’ को घर-घर बांट रहे थे।
महिला सुरक्षा पर भाजपा को घेरा
इस मामले में समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर तीखा प्रहार किया। सपा नेता पूजा यादव ने कहा कि गैंगरेप के आरोपियों की तस्वीरें प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा के अन्य बड़े नेताओं के साथ हैं। उन्होंने इसे भाजपा की कथित ‘महिला सुरक्षा’ की हकीकत बताते हुए कहा कि यह घटना भाजपा के इस ढोंग का पर्दाफाश करती है।
इस पूरे घटनाक्रम से समाजवादी पार्टी ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है, जिससे वाराणसी की राजनीति में गरमाहट आ गई है।






