
लखनऊ, 19 दिसंबर 2024:
यूपी विधानसभा के घेराव के लिए बुधवार को लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय पहुंचे गोरखपुर के युवक प्रभात पांडेय की मौत के मामले में दर्ज कराए गए हत्या के केस की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम जांच के लिए गुरुवार सुबह कांग्रेस कार्यालय पहुंची।
पुलिस को जुटाने हैं कई साक्ष्य, होगी पूछताछ
लखनऊ सेंट्रल की डीसीपी रवीना त्यागी के मुताबिक इस मामले में कांग्रेस कार्यालय के केयरटेकर के बयान दर्ज किए जाएंगे। वहां की सीसीटीवी फुटेज की जांच भी होगी। प्रदर्शन में शामिल लोगों से पूछताछ की जाएगी। इसके पहले बुधवार देर रात कांग्रेस कार्यालय पहुंची फॉरेंसिक टीम ने वहां से साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस के मुताबिक प्रभात पांडेय के मोबाइल फोन को जांच के लिए भेजा जाएगा। पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी है कि प्रभात के साथ कौन लोग थे। कांग्रेस कार्यालय में प्रभात की तबीयत किन हालात में बिगड़ी।
प्रभात के चाचा ने हुसैनगंज थाने में दर्ज कराया केस
मालूम हो कि गोरखपुर निवासी प्रभात पांडेय की मौत के मामले में लखनऊ में रहने वाले उनके चाचा मनीष ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। उनके मुताबिक प्रभात फैजाबाद रोड पर चिनहट इलाके में एक पीजी में रहते थे। बुधवार शाम सवा चार बजे मनीष के पास कांग्रेस कार्यालय से आई एक फोन कॉल में बताया गया था कि उनके भतीजे प्रभात दफ्तर में दो घंटे से बेहोश पड़े हैं। मनीष ने अपने परिचित संदीप को प्रभात के पास भेजा। संदीप ने उन्हें बताया कि प्रभात के हाथ-पैर ठंडे हो गए हैं। संदीप के कहने पर कुछ लोग प्रभात को एक गाड़ी से सिविल अस्पताल लेकर गए, जहां डाॅक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मनीष के मुताबिक प्रभात के साथ कुछ अनहोनी हुई और उनकी हत्या की गई है। इस आरोप के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।