नई दिल्ली, 17 जनवरी 2025:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह में विश्व के सबसे युवा शतरंज चैंपियन डी गुकेश को प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। 18 वर्षीय चेन्नई के गुकेश ने इस वर्ष विश्व शतरंज चैंपियनशिप में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। उन्होंने सिंगापुर में खेले गए फाइनल मुकाबले में गत विजेता चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब अपने नाम किया।
इस जीत के साथ गुकेश ने 1985 में 22 वर्ष की उम्र में विश्व चैंपियन बने गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ दिया। फाइनल मुकाबले में 14वें गेम के दौरान रेती ओपनिंग, किंग्स इंडियन अटैक वेरिएशन में खेलते हुए गुकेश ने 58 चालों में जीत दर्ज की। डिंग लिरेन की 55वीं चाल में हुई एक गंभीर गलती ने गुकेश को निर्णायक बढ़त दिलाई, जिससे उन्होंने 7.5-6.5 के स्कोर के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
इसी समारोह में निशानेबाज मनु भाकर, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को भी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया, जिनमें 17 पैरा एथलीट शामिल थे। अर्जुन पुरस्कार विजेताओं में ज्योति यार्राजी (एथलेटिक्स), सलीमा टेटे (हॉकी), वन्तिका अग्रवाल (शतरंज) और निशानेबाज सौरभ चौधरी प्रमुख रहे।
डी गुकेश की यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल भारतीय शतरंज जगत के लिए, बल्कि विश्व स्तर पर भी प्रेरणा का स्रोत बनी है।