
मेरठ, 22 फरवरी 2025:
यूपी के मेरठ जिले में मुख्यालय पर बसी दुर्गापुरम कालोनी में एक मकान की बिक्री का मामला गरमा गया। मकान को गैर समुदाय के व्यक्ति को साजिशन बेचे जाने व सौदे मे दलाल की भूमिका निभाने वाले की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए आसपास के लोगों ने एतराज कर दिया। बीच में हिंदूवादी संगठन भी कूदा तो वहां अन्य मकानों पर विरोध स्वरूप बिकाऊ है के पोस्टर लग गए। अब पुलिस ने दखल देकर क्रेता-विक्रेता को मामले का हल निकालने को कहा है।
दरअसल दुर्गापुरम कालोनी में एक बुजुर्ग महिला रहती हैं। आरोप है कि इस महिला ने अपना मकान एक व्यक्ति को बेच दिया है। पेशे से शिक्षक व प्रापर्टी डीलर का काम करने वाले एक व्यक्ति ने इस मकान का सौदा गैर समुदाय के शख्स से कर लिया। सौदा होने के बाद गैर समुदाय का व्यक्ति जब इस मकान पर पहुंचा तो लोगों को मामले की जानकारी हुई। इसी के बाद इसका विरोध शुरू हो गया। विरोध इतना बढ़ा कालोनी के अन्य लोगों ने अपने घरों पर भी बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिए।

विवाद में मुखर हुए हिंदूवादी संगठन
हिंदू संगठनों ने भी इस मुद्दे को लेकर मोर्चा खोल दिया। कालोनी में स्थानीय लोगो के साथ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। संगठन के नेता सचिन सिरोही ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और अनशन का रास्ता अपनाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सरकारी शिक्षक ने सिर्फ मुनाफे के लिए सौदेबाजी की। इससे सामाजिक संरचना को नुकसान पहुंच सकता है।
पुलिस ने विवाद का हल निकालने के लिए किया हस्तक्षेप
बवाल बढ़ता देख स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए हस्तक्षेप किया। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में उचित जांच और कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस और स्थानीय प्रशासन बेचने वाले और खरीदार के बीच मध्यस्थता करवा रहा है, ताकि सौदा रद्द किया जा सके और खरीदार को पैसे वापस किए जा सकें। पुलिस का कहना है कि यदि दोनों पक्ष आपसी सहमति से सौदा रद्द कर देते हैं, तो विवाद स्वतः समाप्त हो जाएगा।