पटना, 1 मार्च 2025
बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन राज्य में राजनीतिक माहौल हर गुजरते दिन के साथ गर्म होता जा रहा है। चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच जुबानी जंग जारी है और कई मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर हमला बोला जा रहा है। शुक्रवार को जेडीयू ने दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी इतनी कम सीटें जीतेगी कि उसके नेता तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता भी नहीं रह जाएंगे। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार पर उनके कटाक्ष की आलोचना की।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भाजपा कोटे से सात नए मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने गुरुवार को कहा कि इससे सत्तारूढ़ पार्टी की किस्मत पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह इस सरकार का आखिरी कार्यकाल साबित होगा।
तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए, जेडी(यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के नेतृत्व में आरजेडी शासन ने बिहार को बुरी हालत में पहुंचा दिया था और नीतीश कुमार ने विकास के हर पैमाने पर इसकी स्थिति सुधारने के लिए काम किया है।
एक बयान में प्रसाद ने आरोप लगाया कि बिहार के लोग अभी भी राजद शासन के “जंगल राज” के बारे में सोचकर कांप उठते हैं, जब कई जातीय नरसंहार हुए और लोगों को दिनदहाड़े मार दिया गया और फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया।
जेडी(यू) नेता ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव को विकास के नाम पर लोगों को गुमराह करने से पहले राज्य से माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने (बिहार में) शांति और कानून का राज बहाल किया है, साथ ही समाज के सभी वर्गों को सशक्त बनाया है, चाहे वह युवा हों, महिलाएं हों, अनुसूचित जाति हों या अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) हों। उन्होंने कहा, “बिहार के लोग आरजेडी की सच्चाई जानते हैं और उनके झूठ में नहीं फंसेंगे। वे आरजेडी जैसी वंशवादी पार्टी को राजनीतिक सबक सिखाएंगे।” बिहार में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं।