Uttar Pradesh

एक्सप्रेस-वे के किनारे फूड प्लाजा की तरह हो अस्पताल की सुविधा… सीएम योगी के निर्देश

लखनऊ, 2 मार्च 2025:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक की। बैठक में संबंधित विभागों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने और जनहानि को न्यूनतम करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर ब्लैक स्पॉट की पहचान कर उन्हें सुधारने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों के त्वरित उपचार पर जोर देते हुए कहा कि एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर फूड प्लाजा की तर्ज पर अस्पतालों की सुविधा दी जाए। सभी मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रामा सेंटर, एंबुलेंस और प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

शराब की दुकानें हाईवे से दूर खोलने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि एक्सप्रेस-वे और हाईवे के किनारे शराब की दुकानें नहीं होनी चाहिए। साथ ही, बड़े साइनेज को छोटा करने और बिना परमिट की बसों के संचालन पर सख्ती बरतने के आदेश दिए। ओवरलोडेड ट्रकों और डग्गामार वाहनों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने को कहा।

24 हजार से अधिक मौतें, सीएम ने जताई गहरी चिंता

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2024 में प्रदेश में 46,052 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 34,600 लोग घायल हुए और 24,000 से अधिक लोगों की मौत हुई। इसे अत्यंत दुखद बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे कम करने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर कार्य करना होगा।

इन 20 जिलों में सबसे ज्यादा सड़क हादसे

सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश में हुई कुल सड़क दुर्घटनाओं में 42 प्रतिशत मौतें 20 जिलों में हुई हैं। इनमें हरदोई, मथुरा, आगरा, लखनऊ, बुलंदशहर, कानपुर नगर, प्रयागराज, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, बरेली, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बदायूं, मेरठ और बिजनौर शामिल हैं। उन्होंने इन जिलों में दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों की पहचान कर तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।

सड़क सुरक्षा समितियों की बैठकें अनिवार्य

सीएम ने कहा कि जिला और मंडल स्तर पर सड़क सुरक्षा समितियों की नियमित बैठकें होनी चाहिए। उन्होंने अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, सहारनपुर और आगरा मंडल में कम बैठकों पर नाराजगी जताई, जबकि बस्ती, लखनऊ, गोरखपुर और मिर्जापुर में हुई बैठकों पर संतोष जताया। साथ ही, बलरामपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, चंदौली और जौनपुर को इसी सप्ताह बैठक करने के निर्देश दिए।

सड़क हादसों के मुख्य कारण बताए

सीएम योगी ने कहा कि ओवर स्पीडिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना, रेड लाइट जंप करना और मोबाइल फोन का उपयोग सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं। इसके लिए जनजागरूकता अभियान चलाने और स्कूल-कॉलेजों में सड़क सुरक्षा की शिक्षा देने के निर्देश दिए।

हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने के आदेश

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में एनएचआई की 93 सड़कों में से केवल 4 पर ही कैमरे लगे हैं, जबकि सभी सड़कों पर सीसीटीवी लगाने की जरूरत है। एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए।

ट्रैफिक प्रबंधन होगा मजबूत, जाम से मिलेगी राहत

सीएम ने कहा कि प्रदेश में ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूत करने के लिए पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध है। जरूरत पड़ने पर सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड के जवानों को ट्रैफिक मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जाए। इसके अलावा, अस्पतालों, स्कूलों और बाजारों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर बनाने के निर्देश दिए।

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