चंडीगढ़, 3 मार्च 2025
हरियाणा में नगर निकाय चुनाव के लिए रविवार को 51 लाख से अधिक पात्र मतदाताओं में से 46 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अधिकारियों ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण रहा। सात नगर निगमों – गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल और यमुनानगर के महापौर और वार्ड सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हुआ।अंबाला और सोनीपत में मेयर पद के लिए उपचुनाव भी हुए। मतदान सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चला। अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम चुनाव में 46 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि पूरा डेटा एकत्र होने के बाद कुल प्रतिशत में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।चार नगर परिषदों – अंबाला सदर, पटौदी जटोली मंडी, थानेसर और सिरसा में अध्यक्ष और वार्ड सदस्यों के पदों के लिए भी चुनाव हुए। सोहना नगर परिषद में अध्यक्ष पद के लिए उपचुनाव भी हुआ।
21 नगर पालिकाओं में अध्यक्षों और वार्ड सदस्यों के चुनाव के लिए भी मतदान हुआ। असंध (करनाल जिला) और इस्माइलाबाद (कुरुक्षेत्र जिला) की नगर पालिका समितियों में अध्यक्ष पदों के लिए उपचुनाव भी हुए।
चुनावों से पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विश्वास जताया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव जीतेगी और कहा था कि “ट्रिपल इंजन” सरकार बनने के बाद काम तीन गुना तेजी से होगा। उन्होंने यह बात भगवा पार्टी के केंद्र, राज्य और नगर निकायों में सत्ता में होने के संदर्भ में कही थी।
कांग्रेस ने मतदाताओं से पार्टी उम्मीदवारों को पूर्ण बहुमत से जिताने की अपील की थी। हरियाणा में 10 साल से अधिक समय से सत्ता से बाहर चल रही यह पुरानी पार्टी निकाय चुनावों में अपनी चुनावी किस्मत बदलने की कोशिश कर रही है। केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर करनाल के एक बूथ पर अपना वोट डालने वाले शुरुआती मतदाताओं में शामिल थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”मतदान हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और अपने मताधिकार का प्रयोग करना हमारा कर्तव्य भी है।” उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा चुनाव जीतेगी। एक अन्य केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने फरीदाबाद में एक बूथ पर अपना वोट डाला।
अंबाला छावनी में वोट डालने वाले हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा, “सभी मतदाताओं को लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में भाग लेना चाहिए। हरियाणा में ट्रिपल इंजन की सरकार बनेगी। लोग जानते हैं कि भाजपा केंद्र और हरियाणा दोनों जगहों पर शासन करती है और अगर पार्टी शहरी स्थानीय निकायों पर भी शासन करती है, तो विकास में तेजी आएगी।”
मानेसर में पहली बार नगर निगम चुनाव हुए, वहां भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार सुंदरलाल यादव ने मानेसर इलाके में एक बूथ पर अपना वोट डाला। कुछ जगहों पर मतदान का प्रतिशत अच्छा रहा, लेकिन गुरुग्राम और सोनीपत जैसी जगहों पर मतदान प्रतिशत तुलनात्मक रूप से कम रहा।
गुरुग्राम में 40 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जबकि जिले के फारुख नगर में लगभग 77 प्रतिशत मतदान हुआ। मानेसर में 65 प्रतिशत और सोहना में 35.3 प्रतिशत मतदान हुआ। सोनीपत में लगभग 29 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि जिले के खरखौदा में 62 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। रोहतक में 53 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
अंबाला जिले में अंबाला में करीब 32 फीसदी, अंबाला सदर में 52.3 फीसदी और बराड़ा में 67.3 फीसदी मतदान हुआ। फरीदाबाद में करीब 40 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि, फतेहाबाद के जाखल मंडी में 85.2 फीसदी मतदान हुआ। जींद जिले के जुलाना और सफीदों में क्रमश: 70.9 फीसदी और 81.5 फीसदी मतदान हुआ।
हिसार जिले के नारनौंद में 82.7 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि हिसार में 52.4 प्रतिशत मतदान हुआ। नूंह जिले के तावड़ू में 78 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। करनाल जिले के असंध में 33.2 प्रतिशत, करनाल में 46.2 प्रतिशत, इंद्री में 72.7 प्रतिशत, नीलोखेड़ी में 67.4 प्रतिशत और तरौरी में 76.4 प्रतिशत मतदान हुआ।
सूत्रों ने बताया कि गुरुग्राम नगर निगम के वार्ड नंबर 5 में एक बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के कारण मतदान एक घंटे देरी से शुरू हुआ। हरियाणा राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने पहले कहा था कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए सुरक्षा से संबंधित व्यापक इंतजाम किए गए थे। उन्होंने बताया कि नौ नगर निगमों में महापौर पद के लिए 39 उम्मीदवार तथा पांच नगर परिषदों में अध्यक्ष पद के लिए 27 उम्मीदवार मैदान में हैं। 23 नगर समितियों में अध्यक्ष पद के लिए कुल 151 उम्मीदवार मैदान में हैं।
फरीदाबाद नगर निगम के वार्ड संख्या 36, गुरुग्राम नगर निगम के वार्ड संख्या 22, करनाल नगर निगम के वार्ड संख्या आठ और 11 तथा यमुनानगर नगर निगम के वार्ड संख्या नौ में केवल एक-एक उम्मीदवार मैदान में थे, जिससे इन सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया।
अंबाला सदर नगर परिषद के वार्ड नंबर 24 और थानेसर नगर परिषद के वार्ड नंबर सात और 32 के उम्मीदवार भी निर्विरोध चुने गए। इसके अलावा, विभिन्न नगर समितियों में 17 वार्ड सदस्य भी निर्विरोध चुने गए। पानीपत नगर निगम के लिए मतदान 9 मार्च को होगा। मतों की गिनती 12 मार्च को होगी और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे।