Bihar

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की रणनीति, संगठन सृजन पर जोर

नई दिल्ली,19 मार्च 2025

कभी पूरे देश पर राज करने वाली कांग्रेस अब दक्षिण भारत तक सीमित हो गई है। उत्तर भारत में उसकी स्थिति कमजोर हो चुकी है, लेकिन आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी इसे बदलने की कोशिश में जुटी है। कांग्रेस ने पहले बिहार के प्रभारी बदले, फिर प्रदेश अध्यक्ष भी बदल दिया। अब अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह राजेश कुमार बिहार प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष हैं। अखिलेश भूमिहार समुदाय से थे, जबकि राजेश कुमार दलित समुदाय से आते हैं। यह नियुक्ति राहुल गांधी की दलित वोटबैंक पर फोकस की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।

2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 99 सीटों तक पहुंचने में सफल रही, जिससे लगा कि उसके लिए हालात बदल सकते हैं। लेकिन हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली के चुनाव नतीजों ने पार्टी और समर्थकों में निराशा फैला दी। लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी को हीरो के रूप में देखा गया था, लेकिन हाल के घटनाक्रमों से उनकी छवि फिर कमजोर पड़ने लगी। अब कांग्रेस की नजर नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों पर है, जहां पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने 27-28 मार्च और 3 अप्रैल को लगभग 700 जिला कांग्रेस कमेटियों (DCC) के अध्यक्षों की तीन दिवसीय बैठक बुलाई है। यह बैठक दिल्ली में होगी और डीसीसी अध्यक्षों को तीन अलग-अलग ग्रुप में बुलाया जाएगा। कांग्रेस संगठन में डीसीसी की केंद्रीय भूमिका को बढ़ाना चाहती है, जिससे वे उम्मीदवार चयन और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने में मदद कर सकें। इस रणनीति को सबसे पहले गुजरात में लागू किया जाएगा, जहां 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। यह फैसले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के नेतृत्व में महासचिवों और प्रभारियों की बैठक में लिए गए।

केरल के वायनाड से पहली बार लोकसभा पहुंचीं प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य बड़े नेताओं ने डीसीसी और बूथ कमेटियों को मजबूत करने पर जोर दिया है। कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक इस कमेटी के हेड हैं, जबकि प्रियंका गांधी भी इसका हिस्सा हैं।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि महासचिवों और प्रभारियों की बैठक में अहमदाबाद में होने वाले AICC सत्र पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा, ‘8 अप्रैल को अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी और 9 अप्रैल को AICC सत्र आयोजित किया जाएगा।’ उन्होंने यह भी बताया कि बेलगावी की ‘नव सत्याग्रह बैठक’ में 2025 को ‘संगठन का वर्ष’ घोषित किया गया था और ‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ की घोषणा की गई थी। इसी योजना के तहत जिला कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button