पटना,7 नवंबर 2024
दरभंगा में बनने वाले एम्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 नवंबर को करेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और संयुक्त सचिव संजय सिंह दरभंगा पहुंचे। इस दौरान बीजेपी सांसद गोपाल जी ठाकुर भी मौजूद थे। जब ठाकुर ने कुछ कहा, तो आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत ने हंसते हुए जवाब दिया, “आप ही यहां पर एम्स बनने का विरोध कर रहे थे।”
दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर और आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत के बीच बातचीत इस तरह शुरू हुई। दरअसल, गोपाल जी ठाकुर ने एम्स का निर्माण शोभन के बजाय डीएमसीएच परिसर में करने की मांग की थी। इस दौरान सांसद ने प्रत्यय अमृत से कहा, “जब हम सीएमओ में जाते थे, तब अमित खरे साहब मिलते थे। वे कहते थे कि जब तक प्रत्यय नहीं कहेगा, तब तक आपका एम्स नहीं होगा। उसे पकड़िए, तो एम्स बन जाएगा।”
आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत बिहार के गोपालगंज जिले के मूल निवासी हैं और 1991 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वे बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के रूप में कार्यरत हैं। अपने करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए सराहनीय कार्य किए। कटिहार के डीएम रहते हुए उन्होंने जिला अस्पताल में पीपीपी मॉडल लागू किया, और छपरा में डीएम रहते हुए सोनपुर पशु मेले में अश्लीलता पर रोक लगाई तथा सिनेमाघरों में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया।
प्रत्यय अमृत ने अपने आईएएस प्रशिक्षण के दौरान दुमका में आदिवासी भाषा संताली सीखी और सिमडेगा में सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के रूप में दूरदराज के गांवों में जुआ रैकेट का भंडाफोड़ किया। वे नवंबर 2001 से अप्रैल 2006 तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली में भी कार्यरत रहे, लेकिन बिहार में काम करने के लिए उन्होंने निर्धारित समय से छह महीने पहले ही इसे छोड़ दिया। अमृत भारत के एकमात्र आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें 2011 में प्रधानमंत्री लोक प्रशासन उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में चुना गया।