
फतेहपुर, 22 मार्च 2025:
फतेहपुर जिले की भाजपा इकाई में इन दिनों भारी उथल-पुथल मची हुई है। गत दिनों पार्टी के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल पर पद दिलाने के नाम पर लाखों रुपये लेने के गंभीर आरोप लगे हैं। इन आरोपों के बीच मुखलाल पाल ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है, जिसमें पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आशीष मिश्र और स्थानीय नेता अन्नू श्रीवास्तव शामिल हैं।
सीएम योगी और प्रदेश अध्यक्ष से की शिकायत
मुखलाल पाल ने बताया कि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह को इस साजिश के बारे में अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि सीएम की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उन्होंने हाजी रजा की अवैध संपत्तियों की शिकायत की थी। जांच शुरू होते ही तीनों नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया क्योंकि वे खुद उन संपत्तियों में हिस्सेदार हैं। मुखलाल पाल ने साध्वी निरंजन ज्योति और आशीष मिश्र पर भी गंभीर आरोप लगाए। कहा कि दोनों ने अकूत संपत्ति बनाई है। मुखलाल ने साध्वी के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों को भी फर्जी करार देते हुए उनकी जांच की मांग की है।
जांच समिति पर उठाए सवाल
मुखलाल पाल ने अपने खिलाफ गठित जांच समिति की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उन्हें रिपोर्ट की कॉपी नहीं दी गई है, जबकि यह किसी और के पास पहले पहुंच गई। साथ ही, उन्होंने जांच समिति के एक सदस्य पर विरोधियों से मिले होने का आरोप लगाया।
नेता बोले- पार्टी लेगी निर्णय
साध्वी निरंजन ज्योति ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी ही इसका निर्णय करेगी। आशीष मिश्र ने मुखलाल पाल को अपना बड़ा भाई बताते हुए कहा कि वह किसके बहकावे में ऐसी बातें कर रहे हैं, यह समझ से परे है। वहीं, अन्नू श्रीवास्तव ने चुनौती दी कि अगर 2012 के बाद उनके परिवार ने एक इंच भी जमीन खरीदी हो, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
मुखलाल पर लगा था 50 लाख रुपये लेने का आरोप
भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया था कि मुखलाल पाल ने पार्टी में पद दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये नकद लिए, लेकिन इसे पार्टी फंड में जमा नहीं किया। मुखलाल पाल ने इन आरोपों को निराधार बताया और कहा कि यह सब उन्हें बदनाम करने की कोशिश है।