
देहरादून, 22 मार्च 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल के तीन साल पूरे होने पर उपलब्धियों का लेखा-जोखा पेश किया। सीएम आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कोविड महामारी से लेकर आपदाओं तक की चुनौतियों का साहसपूर्वक सामना करने की बात कही।
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि 4 जुलाई 2021 को जब उन्होंने कार्यभार संभाला, तब कोविड-19 महामारी की चुनौतियां सामने थीं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने कोविड के दौरान डटकर मुकाबला किया और उसके बाद ऐतिहासिक चुनावी जीत भी हासिल की।”
चुनौतियों कासरकार ने किया प्रभावी ढंग से सामना
उन्होंने प्रदेश में आई आपदाओं का जिक्र करते हुए कहा कि केदारनाथ आपदा, सिल्क्यारा टनल हादसा और हाल ही में माणा गांव में हुए हिमस्खलन जैसी चुनौतियों का भी सरकार ने प्रभावी ढंग से सामना किया। मुख्यमंत्री ने राज्य में हो रहे जनसांख्यिकी बदलाव (डेमोग्राफिक चेंज) के मुद्दे पर भी खुलकर चर्चा की और कहा कि राज्य की पहचान और सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने के लिए सरकार कृतसंकल्प है।
आर्थिक विकास और निवेश
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि राज्य में 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया और नियमों में सुधार किया गया है।
ऐतिहासिक निर्णय
सीएम धामी ने समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण कानून, दंगारोधी कानून और सख्त भू कानून जैसे ऐतिहासिक और साहसिक निर्णयों को सरकार की उपलब्धियों में गिनाया।
उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को बनाए रखना है और राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ाना है।”
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन को भी राज्य की प्रगति का अहम कारक बताया। इस दौरान विधायक खजान दास, विधायक दिलीप रावत, विधायक राजकुमार पोरी और सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी भी उपस्थित रहे।