
नई दिल्ली, 27 मार्च 2025
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी नए पंबन ब्रिज का भी उद्घाटन करेंगे।नया पम्बन ब्रिज 1914 में बने पुराने पुल की जगह लेगा, जिसे जंग की समस्या के कारण 2022 में बंद कर दिया गया था।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवंबर 2024 में एक्स पर “भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज” के बारे में पोस्ट किया।उन्होंने कहा, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा। दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!”
यह पुल 2.5 किलोमीटर लंबा है और इसका निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा 535 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।वैष्णव ने एक्स पर लिखा, “इसे तेज गति से चलने वाली ट्रेनों और बढ़े हुए यातायात को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है। नया पंबन ब्रिज न केवल कार्यात्मक है – यह प्रगति का प्रतीक है, जो लोगों और स्थानों को आधुनिक इंजीनियरिंग से जोड़ता है।”
इससे पहले बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को भेजे संदेश में कहा, “भारत सरकार और भारत की जनता तथा अपनी ओर से मैं आपके राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर महामहिम और बांग्लादेश की मैत्रीपूर्ण जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “भारत-बांग्लादेश संबंध बहुआयामी हैं, हमारा सहयोग व्यापार, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, विकास साझेदारी, बिजली और ऊर्जा, शिक्षा, क्षमता निर्माण, सांस्कृतिक सहयोग और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे विविध क्षेत्रों में फैला हुआ है। बांग्लादेश भारत की “पड़ोसी पहले” और “एक्ट ईस्ट” नीतियों, हमारे सागर सिद्धांत और इंडो-पैसिफिक विजन के केंद्र में है। भारत एक लोकतांत्रिक, स्थिर, समावेशी, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए अपना समर्थन दोहराता है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को संदेश में कहा, “मैं बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आपको और बांग्लादेश की जनता को शुभकामनाएं देता हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह दिन हमारे साझा इतिहास और बलिदान का प्रतीक है, जिसने हमारी द्विपक्षीय साझेदारी की नींव रखी है। बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की भावना हमारे संबंधों के लिए मार्गदर्शक बनी हुई है, जो विभिन्न क्षेत्रों में फलीभूत हुई है और हमारे लोगों को ठोस लाभ पहुंचा रही है।”उन्होंने कहा, “हम शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अपनी साझा आकांक्षाओं तथा एक-दूसरे के हितों और चिंताओं के प्रति पारस्परिक संवेदनशीलता के आधार पर इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
बांग्लादेश का राष्ट्रीय दिवस 26 मार्च को मनाया जाता है, जो 1971 में पाकिस्तान से देश की स्वतंत्रता की घोषणा की याद दिलाता है।






