
देहरादून, 17 अप्रैल 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित अपने सरकारी आवास पर आयोजित ‘स्वागत एवं अभिनंदन’ कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा ऊर्जा निगमों के कार्मिकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के प्रति आभार व्यक्त करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इस सम्मान के असली हकदार उत्तराखंड की जनता है, जिन्होंने प्रदेश की सेवा करने का अवसर दिया। उन्होंने ऊर्जा प्रदेश के रूप में उत्तराखंड की मूल अवधारणा को दोहराते हुए कहा कि राज्य को पावर सरप्लस बनाने के लिए सभी को समन्वय के साथ कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा जारी डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी रैंकिंग में यूपीसीएल ने विशेष श्रेणी की डिस्कॉम में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
प्रगति पर बिजली उत्पादन और जल परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि बिजली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लखवाड़ बांध परियोजना और जमरानी बहुउद्देश्यीय परियोजना पर कार्य तेजी से चल रहा है। साथ ही, देहरादून की भविष्य की पेयजल आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सौंग बांध परियोजना पर भी कार्य गतिमान है।
राज्य में अत्याधुनिक जीआईएस उपकेंद्रों की स्थापना के साथ-साथ 16 लाख स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, जिससे पारदर्शिता और दक्षता बढ़ी है। देहरादून शहर में बिजली की लाइनें भूमिगत की जा रही हैं। साथ ही, ऑटोमेटेड डिमांड रिस्पॉन्स सिस्टम के उपयोग से ओवरड्राल की स्थिति पर नियंत्रण पाकर करोड़ों की बचत की जा रही है।

ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार इकॉनमी और इकोलॉजी के बीच संतुलन बनाकर ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में अग्रसर है। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत प्रदेश में अब तक 20,000 रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं।
दीर्घकालिक विकास की योजना
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 10, 25 और 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए विकास के मॉडल तैयार कर रही है। अन्य राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिसेज को भी अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव मीनाक्षी सुंदरम, यूजेवीएनएल के एमडी संदीप सिंघल और विद्युत कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।






