
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 20 अप्रैल 2025:
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा अभेद्य बनाने की तैयारी है। बढ़ती भीड़ और संभावित खतरों को देखते हुए मंदिर परिसर में रैपिड रिस्पांस यूनिट की तैनाती की जाएगी, जो किसी भी आतंकी खतरे या संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई करेगी।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने शनिवार को मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने मंदिर परिसर में सुरक्षा ब्लूप्रिंट का अवलोकन किया और संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी कैमरों की कार्यप्रणाली, सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता और प्रवेश-निकास बिंदुओं की जांच की गई।
नई यूनिट के साथ सुरक्षाकर्मियों को एंटी-ड्रोन तकनीक, मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी तकनीकों की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। यह यूनिट न केवल मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि भीड़ प्रबंधन, चेन स्नैचिंग और पॉकेटमारी जैसी घटनाओं पर भी प्रभावी अंकुश लगाएगी।
ड्यूटी के दौरान सेलिब्रिटी के साथ सेल्फी या फोटो नहीं ले सकेंगे सुरक्षाकर्मी
पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया कि ड्यूटी के दौरान वे सेलिब्रिटी के साथ सेल्फी या फोटो लेने जैसी गतिविधियों से दूर रहें। मोबाइल फोन, इयरबड्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। दर्शनार्थियों की जांच डबल चेकिंग के माध्यम से, लेकिन बिना छुए की जाएगी।
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिव्यांगों, वृद्धजनों और महिलाओं के लिए प्राथमिक दर्शन व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा। भीड़ के समय मार्गदर्शन प्रणाली लागू की जाएगी ताकि कोई असुविधा न हो। पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं के प्रति संवेदनशील और सहयोगी व्यवहार बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।






