मंदसौर, 28 अप्रैल 2025
मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुए दर्दनाक हादसे में जिसमे कुल 12 लोगों की दुखद मौत हो गई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है साथ ही सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले 12 लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। हादसे में घायलों के लिए भी 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि घोषित की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक्स (पहले ट्विटर) पर एक ट्वीट में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, “मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है उनके प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
बाइक को टक्कर मारने के बाद कुएं में जा गिरी वैन :
दुखद हादसे में बताया जा रहा है कि यह पूरी घटना हुई उस वक्त तेज रफ्तार वैन ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी और मंदसौर जिले के नारायणगढ़ पुलिस स्टेशन परिसर में एक गहरे कुएं में जा गिरी। इस दुर्घटना में 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें बाइक चालक और एक स्थानीय ग्रामीण शामिल है जो फंसे हुए पीड़ितों को बचाने के लिए मौके पर पहुंचा था।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक आनंद ने बताया कि वैन में 14 लोग सवार थे। उन्होंने बताया, “कुएं से चार लोगों को जिंदा बचा लिया गया, जबकि 12 शव बरामद कर लिए गए हैं।” उन्होंने बताया कि कानूनी कार्यवाही जारी है।
CM मोहन यादव ने भी की मुआवजे की घोषणा :
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया और मुआवजे की घोषणा की। सीएम ने मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को सीएम विवेकाधीन कोष से 50,000 रुपये देने की घोषणा की।
यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा, “मंदसौर जिले में एक कार गहरे कुएं में गिरने से बारह लोगों की असामयिक मृत्यु का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। मैं बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ।”
हादसे में बचाव के दौरान स्थानीय निवासी की भी हुई मौत :
साहस का एक दुर्लभ उदाहरण मनोहर नामक एक स्थानीय निवासी है जो कुएं में फंसे लोगों को बचाने के लिए कुएं में उतरा। वह छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रहा, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे, लेकिन दुखद रूप से उसकी जान चली गई। उसके इस कार्य की विश्व भर में सराहना की गई है।
एसपी आनंद ने मनोहर के साहस को सम्मान देते हुए कहा, “यह अत्यंत हृदय विदारक घटना है। हम प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और उन लोगों की बहादुरी को सलाम करते हैं जिन्होंने दूसरों के लिए अपनी जान जोखिम में डाली।”