
हैदराबाद, 30 अप्रैल 2025
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को सरकारी जमीन की कथित अवैध बिक्री से जुड़े धन शोधन के एक मामले में हैदराबाद में तलाशी के दौरान 45 पुरानी कारों के अलावा 23 लाख रुपये नकद और कुछ विदेशी मुद्रा जब्त की है। संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत सोमवार को हैदराबाद में पांच स्थानों पर तलाशी ली गई।
ईडी का मामला तेलंगाना पुलिस द्वारा निजी व्यक्तियों और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सरकारी भूमि की “अवैध” बिक्री के संबंध में दर्ज प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है, जिसमें दस्तावेजों की जालसाजी और राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर शामिल है।
मामले का विवरण देते हुए एजेंसी ने कहा कि महेश्वरम मंडल (रंगा रेड्डी जिला) के अंतर्गत नागरम गांव में सरकारी भूमि या ‘भूदान’ भूमि पर खादरुनिस्सा नामक एक महिला ने अपनी पैतृक संपत्ति के रूप में “गलत दावा” किया था।
राजस्व अभिलेखों में “धोखाधड़ी” की गई और कई बिचौलियों के साथ मिलकर जमीन को विभिन्न संस्थाओं को बेच दिया गया। ईडी ने आरोप लगाया कि इन बिचौलियों ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके दस्तावेजों में “जाली” की और भूमि राजस्व अभिलेखों में बदलाव किया, जिसके परिणामस्वरूप उक्त भूमि को निषिद्ध सूची से हटा दिया गया और बाद में कुछ निजी पक्षों को बेच दिया गया।
एजेंसी ने बताया कि खादरुनिस्सा, मोहम्मद मुनव्वर खान, मोहम्मद लतीफ शरफान, मोहम्मद अख्तर शरफान और मोहम्मद सुकूर के आवासों और फार्महाउसों की तलाशी ली गई और सरकारी जमीन की धोखाधड़ी से खरीद-फरोख्त से संबंधित “अपराध सिद्ध करने वाले” दस्तावेज, 23 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा और 12,000 यूएई दिरहम जब्त किए गए। इसमें कहा गया है कि मोहम्मद मुनव्वर खान के फार्महाउस परिसर से कई पुरानी कारों सहित 45 पुरानी कारें भी जब्त की गईं।