
गोरखपुर, 1 मई 2025
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दहेज के लिए अपने ससुराल वालों द्वारा कथित रूप से लगातार उत्पीड़न का सामना कर रही एक महिला ने अपने पति से फोन पर ‘तीन तलाक’ कहने के बाद आत्महत्या कर ली। मामले में पुलिस ने बताया कि दहेज उत्पीड़न से संबंधित शिकायत पर मामला दर्ज न करने पर पुलिस ने एक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया तथा विभागीय जांच के आदेश दिए।
सानिया ने कथित तौर पर सोमवार शाम को अपने पति – जो महाराष्ट्र में रहता है – के फोन के बाद अपनी जान दे दी। वह 26 अप्रैल को गोरखपुर में अपने मायके लौट आई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव ग्रोवर ने पीड़ित परिवार द्वारा पहले दर्ज कराई गई शिकायत पर कार्रवाई करने में विफल रहने के कारण उपनिरीक्षक जय प्रकाश सिंह को निलंबित कर दिया।
पुलिस के अनुसार, सानिया की मां आसिया ने चौरी चौरा पुलिस थाने में शिकायत देकर उसके ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया था। एसआई सिंह ने कथित तौर पर शिकायत को खारिज कर दिया और मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। बाद में एडिशनल एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक आंतरिक जांच में पुष्टि हुई कि सानिया वास्तव में थाने गई थी, लेकिन कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
इस चूक को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने विभागीय जांच के आदेश दिए तथा अधिकारी को निलंबित कर दिया। सानिया के पति सलाउद्दीन सहित आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जो महाराष्ट्र के रसायनी क्षेत्र का निवासी है।
एफआईआर में कहा गया है कि सलाउद्दीन ने सोमवार शाम को फोन पर तीन तलाक कहा और कथित तौर पर कॉल के दौरान सानिया को गाली दी। घटना से व्यथित होकर उसने उसी रात आत्महत्या कर ली।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 7 अगस्त 2023 को सलाउद्दीन से हुई थी और परिवार की मांग के अनुसार दहेज भी दिया गया था। हालांकि, सानिया को कथित तौर पर उसके पति, उसकी मां सायरा, ननद आसिया, खुशबू और रोजी तथा देवर जिया-उल-उद्दीन और बालाउद्दीन द्वारा बार-बार परेशान किया जाता था। उन्होंने कहा कि मामले को सुलझाने के कई प्रयासों के बावजूद उत्पीड़न जारी रहा।
सलाउद्दीन ने एक बार सानिया के लिए अलग से रहने की व्यवस्था की थी, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। शिकायत में कहा गया है कि वह 26 अप्रैल को गोरखपुर में अपने मायके लौट आई। आसिया ने बताया कि सानिया अपनी छोटी बहन के फोन से लगातार मैसेज भेजती रही। मानसिक आघात से निपटने में असमर्थ सानिया ने यह कदम उठाया। पुलिस ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच चल रही है।






