
नई दिल्ली, 4 मई 2025
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक कांस्टेबल को पाकिस्तानी महिला से गुप्त रूप से अपनी शादी करने और शादी की बात छिपाने के कारण तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। सीआरपीएफ ने इस मामले में कहा कि मुनीर अहमद का यह कृत्य सेवा आचरण के विरुद्ध और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी यह हानिकारक है। सीआरपीएफ ने कहा, “गंभीर चिंता के मामले में, सीआरपीएफ की 41 बटालियन के सीटी/जीडी मुनीर अहमद को एक पाकिस्तानी नागरिक से अपनी शादी को छिपाने और जानबूझकर उसके वीजा की वैधता से परे उसे शरण देने के लिए तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। उनके कार्यों को सेवा आचरण के उल्लंघन और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक पाया गया।”विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के बाद इन निर्णयों की घोषणा करते हुए कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए सभी एसवीईएस वीज़ा रद्द माने जाएंगे। एसवीईएस वीज़ा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है।
इस बीच, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार के कदमों के बाद 24 अप्रैल से छह दिनों के भीतर कुल 786 पाकिस्तानी नागरिक अटारी सीमा के रास्ते भारत छोड़ चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई, 2019 के पुलवामा हमले के बाद इस क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक था, जिसमें 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान शहीद हो गए थे।






