
नई दिल्ली, 17 मई 2025
सरकार बदलने के साथ ही अपनी नौकरी के लिए परेशान चल रहे मोहल्ला क्लीनिक के कर्मचारियों को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भरोसा दिया है कि सरकार व्दारा बनाए गए आरोग्य मंदिर के कारण किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं छीनी जाएगी। उन्होनें कहा कि आप सरकार ने जो भी आरोप लगाए है कि सरकार ने मोहल्ला क्लीनिकों से हजारों डॉक्टरों, नर्सों, फार्मासिस्टों और मल्टी-टास्किंग कर्मचारियों को निकाल दिया गया है वो बेवुनियाद है। संभावित बदलाव को लेकर कर्मचारियों में चिंताएं हैं । श्रमिकों के बीच बढ़ती आशंकाओं को संबोधित करते हुए गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा पेश किए जा रहे नए स्वास्थ्य सेवा ढांचे के तहत मौजूदा कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी। पुनर्गठन की रिपोर्टों से उत्पन्न आशंकाओं पर टिप्पणी करते हुए गुप्ता ने कहा, “चिंता की कोई बात नहीं है। किसी की नौकरी नहीं जाएगी। वास्तव में, नई प्रणाली में मौजूदा कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।”
अधिकारियों ने बताया कि सरकार मौजूदा मोहल्ला क्लीनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में बदलने की योजना बना रही है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को एकीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि नया मॉडल बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, सेवा वितरण में सुधार लाने और दवाओं और निदान तक पहुंच का विस्तार करने के लिए तैयार किया गया है, साथ ही मौजूदा श्रमिकों के लिए रोजगार की निरंतरता सुनिश्चित की जाएगी।
दिल्ली आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि 7 मई को जारी की गई बैठक के मिनट्स में दिल्ली में ज़्यादातर मोहल्ला क्लीनिक बंद करने की योजना के संकेत दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसका कारण यह बताया गया है कि उनकी जगह आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जाएंगे और जहां भी आरोग्य मंदिर बनेंगे, वहां नज़दीकी मोहल्ला क्लीनिक की ज़रूरत नहीं होगी।
आप के आरोपों का जवाब देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं करेगी और सभी पात्र लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा, “डॉक्टरों को नियुक्त करने के लिए एक उचित प्रक्रिया होगी और सभी पात्र उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। चयन में पारदर्शिता होगी क्योंकि हमारा लक्ष्य अपने लोगों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।”






