
जयपुर, 29 मई 2025
देशभर में छिपे गद्दारों को पकड़ने की कड़ी में सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर से बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को राजस्थान से एक सरकारी कर्मचारी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के संदेह के तहत पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया है। पुलिस जानकारी के अनुसार, जैसलमेर में तैनात यह कर्मचारी अपने विभाग को बताए बिना पाकिस्तान गया था। उसके राजस्थान क्षेत्र में कुछ राजनीतिक संबंध होने का भी संदेह है।
कर्मचारी की पहचान और उसकी पाकिस्तान यात्रा का विवरण तत्काल पता नहीं चल सका। सूत्रों ने बताया कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस व्यक्ति से पूछताछ कर रही हैं। यह घटनाक्रम भारत और पड़ोसी देश के बीच हाल के तनाव के बाद पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तारियों में वृद्धि के बीच हुआ है।
रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के एक जवान को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी मोती राम जाट जासूसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था और 2023 से ही पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों (पीआईओ) के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी साझा कर रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ में सहायक उपनिरीक्षक जाट विभिन्न माध्यमों से पीआईओ से धन प्राप्त कर रहा था। पिछले हफ़्ते गुजरात में एक व्यक्ति को भारतीय वायुसेना और सीमा सुरक्षा बल से जुड़ी अहम जानकारी पाकिस्तानी एजेंट के साथ साझा करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था। गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते के वरिष्ठ अधिकारी के सिद्धार्थ ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपी सहदेव सिंह गोहिल कच्छ का रहने वाला है और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करता था।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी इसी महीने कथित जासूसी के मामले में गिरफ़्तार किया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया था कि वह नवंबर 2023 से पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थी। भारत ने कथित तौर पर जासूसी में लिप्त होने के कारण 13 मई को दानिश को निष्कासित कर दिया था।






