
नागपुर, 30 मई 2025
बीते दिनों एक अप्रत्याशित घटना में महाराष्ट्र के नागपुर की एक महिला जो कारगिल सेक्टर से पाकिस्तान पहुंच गई थी उसे पड़ोसी देश ने अटारी-वाघा सीमा से वापस भेज दिया है। बता दे कि सुनीता भोलेश्वर जामगड़े (43) को पाकिस्तान सीमा सुरक्षा बलों ने उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह करीब 10 दिन पहले लद्दाख के कारगिल सेक्टर से अवैध तरीके से पाकिस्तान में दाखिल हो गई थी।
महिला सुनीता जामगड़े (43) को बुधवार देर रात नागपुर लाया गया, जिसके बाद उसे औपचारिक रूप से जीरो एफआईआर के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। फिर उसे रात में एक विशेष अदालत में पेश किया गया और 2 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
मामले में पुलिस ने बताया, “नागपुर पुलिस की चार सदस्यीय टीम ने अमृतसर में अपने समकक्षों से जामगड़े को हिरासत में लिया। टीम मंगलवार रात को ट्रेन से अमृतसर से दिल्ली आई और बुधवार देर रात नागपुर पहुंची।”
पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने जामगड़े के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की थी, जब उन्हें शनिवार को अटारी-वाघा सीमा के जरिए पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा वापस भेज दिया गया था। पुलिस उपायुक्त (जोन 5) निकेतन कदम ने कहा, “जामगड़े को अमृतसर में दर्ज जीरो एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार किया गया और यहां कपिल नगर पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया।”
पुलिस अधिकारी उससे पाकिस्तान में रहने वाले व्यक्तियों के साथ उसके संबंधों के बारे में पूछताछ करना चाहते हैं, जिनके साथ वह कथित तौर पर कई महीनों से संपर्क में थी। उन्होंने कहा कि वे विशेष रूप से यह पता लगाने में रुचि रखते हैं कि उसने पाकिस्तानी नागरिकों के साथ किस तरह की जानकारी साझा की है, जिनमें जुल्फेकर और पास्टर जैसे व्यक्ति शामिल हैं।
कपिल नगर थाना क्षेत्र के संत कबीर नगर की निवासी जामगड़े 4 मई को अपने 13 वर्षीय बेटे के साथ नागपुर से निकली थीं और कारगिल पहुंचीं, जहां से वह 14 मई को पाकिस्तान चली गईं। पुलिस ने बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने से पहले वह कथित तौर पर अपने बेटे को पीछे छोड़ गई थीं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने सीमा पार करते ही उसे पकड़ लिया और शनिवार को वाघा सीमा पर आधिकारिक तौर पर भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाने तक उसे हिरासत में रखा।






