
इंदौर, 18 जून 2025
मध्यप्रदेश के इंदौर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक पिता-पुत्र ने कहीं और नहीं बल्कि अदालत के बैंक खाते में ही सेंध लगा ली और लाखों रूपए पर हाथ साफ कर लिए। जानकारी अनुसार मध्य प्रदेश की इंदौर जिला अदालत के बैंक खाते से करीब 64 लाख रुपये निकालने के आरोप में मंगलवार को गुजरात से एक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विशेषज्ञ और उसके पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
मामले में पुलिस ने बताया कि कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, पता चला है कि आरोपी जोड़ी – साहिल रंगरेज (26) और उसके पिता साजिद सत्तार (57) – ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के माध्यम से प्राप्त धन को महंगे मोबाइल फोन खरीदने, महंगी कारों की बुकिंग और विदेश यात्राओं पर खर्च किया।
इंदौर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि हाल ही में उनके खिलाफ अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) अदालत के बैंक खाते से 5 मार्च से 11 जून के बीच धोखाधड़ी कर 64.05 लाख रुपये निकालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामले की जांच के दौरान मिले सबूतों के आधार पर उन्हें गुजरात के वलसाड से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि न्यायालय के बैंक खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर रिचार्ज न होने के कारण निष्क्रिय हो गया था और संबंधित दूरसंचार कंपनी ने करीब दो साल बाद यह नंबर साजिद को आवंटित किया था।
दंडोतिया ने बताया, “इस मोबाइल नंबर को प्राप्त करने के बाद साजिद को न्यायालय के बैंक खाते से सरकारी लेन-देन के बारे में एसएमएस मिलने लगे। जब उसने यह बात अपने आईटी विशेषज्ञ बेटे साहिल को बताई तो उसने मोबाइल नंबर का दुरुपयोग करते हुए न्यायालय के बैंक खाते से ऑनलाइन भुगतान करने का पासवर्ड प्राप्त कर लिया। इस तरह उसने न्यायालय के बैंक खाते से पैसे निकालना शुरू कर दिया।” वहीं पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिता-पुत्र ने ऑनलाइन ठगी से प्राप्त धनराशि को महंगे मोबाइल फोन खरीदने, महंगी कारें बुक करने, विदेश यात्राएं करवाने, इलाज करवाने और पुराने फ्लैट की मरम्मत करवाने पर खर्च किया है। फिलहाल मामले में पुलिस की जांच जारी है।






