Uttar Pradesh

KGMU की पहल : अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे कैंसर मरीजों के घर पहुंचेगी टीम, टोल फ्री नंबर जारी

लखनऊ, 25 जून 2025:

यूपी की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) ने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल तक नहीं पहुंच पाने वाले मरीजों की मदद के लिए एक नई पहल की है। रेडियोथेरेपी विभाग की ओर शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के तहत अब विशेषज्ञों की टीम मरीजों के घर जाकर उनकी स्थिति का आकलन करेगी और आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श देगी।

इस सेवा के लिए टोल फ्री नंबर 18002027777 जारी किया गया है। इस पर कॉल करके सहायता मांगी जा सकती है। विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव गुप्ता के मुताबिक कई मरीज इतने असहाय होते हैं कि वे अस्पताल तक नहीं आ सकते। ऐसे मामलों को ध्यान में रखते हुए यह सेवा शुरू की गई है। मरीज की स्थिति का फोन पर मूल्यांकन करने के बाद जरूरी होने टीम घर जाकर देखभाल करती है।

KGMU की पहल : अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे कैंसर मरीजों के घर पहुंचेगी टीम, टोल फ्री नंबर जारी

लखनऊ, 25 जून 2025:

यूपी की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) ने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल तक नहीं पहुंच पाने वाले मरीजों की मदद के लिए एक नई पहल की है। रेडियोथेरेपी विभाग की ओर शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के तहत अब विशेषज्ञों की टीम मरीजों के घर जाकर उनकी स्थिति का आकलन करेगी और आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श देगी।

इस सेवा के लिए टोल फ्री नंबर 18002027777 जारी किया गया है। इस पर कॉल करके सहायता मांगी जा सकती है। विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव गुप्ता के मुताबिक कई मरीज इतने असहाय होते हैं कि वे अस्पताल तक नहीं आ सकते। ऐसे मामलों को ध्यान में रखते हुए यह सेवा शुरू की गई है। मरीज की स्थिति का फोन पर मूल्यांकन करने के बाद जरूरी होने टीम घर जाकर देखभाल करती है।

सप्ताह में दो दिन उपलब्ध होगी सुविधा

फिलहाल यह सेवा सप्ताह में दो दिन उपलब्ध होगी। इसकी जिम्मेदारी प्रो. राजेंद्र कुमार को सौंपी गई है। यह टीम केजीएमयू से 30 किलोमीटर के दायरे में आने वाले मरीजों के घरों तक पहुंचेगी। इस पहल के साथ-साथ एक शोध अध्ययन भी किया जा रहा है, जिसका विवरण अध्ययन पूरा होने के बाद जारी किया जाएगा।

हर साल आते हैं चार हजार नए मरीज

प्रो. गुप्ता के अनुसार रेडियोथेरेपी विभाग में हर साल लगभग चार हजार नए मरीज आते हैं, जिनमें से लगभग 50 प्रतिशत मुंह के कैंसर से पीड़ित होते हैं। कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में प्रति एक लाख की आबादी पर लगभग 30 मरीज कैंसर से ग्रसित पाए जा रहे हैं। इलाज के तौर पर विभाग में रेडियोथेरेपी, सर्जरी और कीमोथेरेपी की सुविधा मौजूद है, लेकिन प्रारंभिक उपचार में रेडियोथेरेपी और सर्जरी को ही सबसे प्रभावी माना गया है।

सप्ताह में दो दिन उपलब्ध होगी सुविधा

फिलहाल यह सेवा सप्ताह में दो दिन उपलब्ध होगी। इसकी जिम्मेदारी प्रो. राजेंद्र कुमार को सौंपी गई है। यह टीम केजीएमयू से 30 किलोमीटर के दायरे में आने वाले मरीजों के घरों तक पहुंचेगी। इस पहल के साथ-साथ एक शोध अध्ययन भी किया जा रहा है, जिसका विवरण अध्ययन पूरा होने के बाद जारी किया जाएगा।

हर साल आते हैं चार हजार नए मरीज

प्रो. गुप्ता के अनुसार रेडियोथेरेपी विभाग में हर साल लगभग चार हजार नए मरीज आते हैं, जिनमें से लगभग 50 प्रतिशत मुंह के कैंसर से पीड़ित होते हैं। कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। वर्तमान में प्रति एक लाख की आबादी पर लगभग 30 मरीज कैंसर से ग्रसित पाए जा रहे हैं। इलाज के तौर पर विभाग में रेडियोथेरेपी, सर्जरी और कीमोथेरेपी की सुविधा मौजूद है, लेकिन प्रारंभिक उपचार में रेडियोथेरेपी और सर्जरी को ही सबसे प्रभावी माना गया है।

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