कोलकाता, 27 जून 2025
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग (ईसी) पर बीते गुरूवार जमकर हमला बोला और साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग पिछले दरवाजे से राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने की कोशिश कर रहा है। सीएम ममता बनर्जी ने आगे आलोचना करते हुए कहा कि आयोग ने मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण के नाम पर जुलाई 1987 और दिसंबर 2004 के बीच जन्मे मतदाताओं को चिन्हित किया है और उनसे अपनी नागरिकता के दस्तावेजी सबूत मांगे हैं।
चुनाव आयोग पर भाजपा की कठपुतली की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या यह कदम पिछले दरवाजे से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लागू करने का प्रयास है।
पूर्वी मेदिनापुर के तटीय शहर दीघा में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने एक गंभीर चिंता के विषय पर चर्चा करने के लिए यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। उन्होंने कहा, “मुझे चुनाव आयोग से दो पत्र मिले हैं। प्रत्येक पत्र 25-30 पृष्ठों का है। मैं अभी उन पत्रों को विस्तार से नहीं पढ़ पाया हूं। लेकिन, मैं उनका सार समझ गया हूं। इसके अनुसार, चुनाव आयोग ने अब 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2004 के बीच जन्मे मतदाताओं से घोषणा पत्र मांगा है।” उन्होंने कहा, “मैं अभी भी चुनाव आयोग के इस कदम या इन तिथियों को चुनने के पीछे के तर्क को नहीं समझ पाया हूं। मैं चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगना चाहूंगा कि क्या वे पिछले दरवाजे से राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।” ममता बनर्जी ने कहा कि यह पत्र बिहार सरकार को भेज दिया गया है और साथ ही इसकी एक प्रति मुझे भी भेजी गई है।