अनमोल शर्मा
मेरठ, 14 जुलाई 2025:
कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ रेंज के चार जिलों मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। आतंकी गतिविधियों की आशंका के मद्देनजर एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) भी सक्रिय है। कांवड़ मार्गों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ATS की टीमों ने रविवार को मेरठ और आसपास के संवेदनशील कांवड़ मार्गों का ड्रोन कैमरों की मदद से हवाई निरीक्षण किया। भीड़भाड़ वाले इलाके, प्रमुख शिवालय और मेलास्थलों पर ड्रोन की नजर लगातार बनी हुई है। ATS का यह कदम किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल पहचान और रोकथाम की दिशा में अहम माना जा रहा है।
मेरठ रेंज के चारों जिलों में कुल 95 ड्रोन तैनात किए गए हैं। मेरठ में 4, बुलंदशहर में 7, बागपत में 6 और हापुड़ में 3 वॉच टावर भी लगाए गए हैं। इसके अलावा इन जिलों में कुल 32 प्रमुख शिव मंदिरों की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जहां जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
चार जिलों में 122 गोताखोर और 88 नावें तैनात
जल स्रोतों पर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। गंगा नदी, अन्य नदियों और नहरों पर कुल 122 गोताखोर और 88 नावें तैनात की गई हैं।
मेरठ : 36 गोताखोर, 12 नाव
बुलंदशहर : 48 गोताखोर, 59 नाव
बागपत : 20 गोताखोर, 8 नाव
हापुड़ : 18 गोताखोर, 9 नाव
‘ऑपरेशन संचार’ के तहत पुलिस और जनता के बेहतर संवाद के लिए मेरठ रेंज में 850 CUG नंबर जारी किए गए हैं। साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर नजर रखने के लिए 2643 डिजिटल वॉलंटियर नियुक्त किए गए हैं जो संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को तत्काल देंगे। यात्रा की निगरानी और समन्वय के लिए 7 वायरलेस स्टेशन, 22 सब-स्टेशन और 24 CCTV कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।