देहरादून, 14 जुलाई 2025:
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में जिला प्रशासन की कार्रवाई से लोगों में प्रशासन और सरकार की नीतियों पर विश्वास मजबूत हो रहा है। हाल ही में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान डीएम सविन बंसल के समक्ष एक महत्वपूर्ण मामला सामने आया।
विधवा फरियादी रेनू ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए बताया कि उनके पति सुरेंद्र सिंह नगर निगम देहरादून में पर्यावरण मित्र के पद पर स्थायी रूप से कार्यरत थे। 17 अप्रैल 2025 को उनकी मृत्यु हो गई थी। रेनू की दो बेटियां हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। उन्होंने नगर निगम में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी की मांग करते हुए संबंधित दस्तावेज भी जमा किए, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
डीएम सविन बंसल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के अधिकारियों और संबंधित तहसीलदार को तत्काल तलब किया और मामले में देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब मृतक आश्रित कोटे में नौकरी का प्रावधान है, तो नियुक्ति में विलंब अस्वीकार्य है। डीएम ने नगर निगम के एमएनए को रेनू की त्वरित नियुक्ति के निर्देश दिए। तहसील से रिपोर्ट तत्काल निगम को भेजने का आदेश दिया।
इस त्वरित प्रशासनिक पहल से रेनू को अब पति के स्थान पर नौकरी मिलने की उम्मीद जागी है। जनता दर्शन में डीएम द्वारा समस्याओं के त्वरित समाधान की वजह से अब दूर-दूर से लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। अब सिर्फ राजस्व विभाग ही नहीं, बल्कि अन्य विभागों, निजी कंपनियों और संस्थाओं से भी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जिनका निराकरण प्रशासन की प्राथमिकता बन गया है।