
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 25 जुलाई 2025:
यूपी के वाराणसी शहर के भोजूबीर-सिंधोरा मार्ग पर बनी मीरापुर बसही की सैयद बाबा मजार को हटाने की मांग ने हलचल मचा दी है। इस मुद्दे को लेकर वकील विनीत सिंह ने हनुमान चालीसा पाठ का ऐलान किया था, लेकिन शुक्रवार को जुमे की नमाज के दिन पुलिस ने उन्हें तुलसी विहार कॉलोनी स्थित उनके घर में नजरबंद कर दिया। उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं मजार पर भी पुलिस तैनात रही।
कुछ दिन पहले अधिवक्ता विनीत सिंह ने प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की थी कि भोजूबीर-सिंधोरा मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण के दौरान मीरापुर बसही की मजार सड़क के बीच आ गई है। उनका कहना था कि सड़क चौड़ीकरण के लिए कई मंदिरों को विस्थापित किया गया, लेकिन कुछ लोगों के दबाव में मजार को नहीं हटाया गया। इससे आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने प्रशासन को तीन दिन का समय दिया था और ऐलान किया कि अगर मजार नहीं हटी, तो शुक्रवार को उनके समर्थक मजार पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
अधिवक्ता विनीत सिंह गाजीपुर के एमएलसी विशाल सिंह चंचल के करीबी माने जाते हैं। उनके हनुमान चालीसा पाठ के ऐलान ने स्थानीय माहौल को गर्म कर दिया। फिलहाल शुक्रवार को जुमे की नमाज के दिन किसी भी तरह के तनाव से बचने के लिए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। शुक्रवार सुबह कैंट और लालपुर-पांडेयपुर थानों की पुलिस के साथ इंटेलिजेंस टीम उनके घर पहुंची और उन्हें बाहर निकलने से रोक दिया। उनके समर्थक भी घर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी घर में ही रहने को कहा। दूसरी ओर, मजार की सुरक्षा के लिए पुलिस की एक टीम वहां तैनात कर दी गई।
यह पूरा विवाद 20 जुलाई को लाट शाही मजार के पास अतिक्रमण हटाए जाने के बाद शुरू हुआ। प्रशासन ने वहां बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद विनीत सिंह ने मीरापुर बसही मजार को हटाने की मांग उठाई। उनका तर्क था कि सड़क चौड़ीकरण के लिए मंदिरों को हटाया गया, लेकिन मजार को छोड़ दिया गया, जो अब सड़क सुरक्षा के लिए खतरा बन रहा है।