
नई दिल्ली, 29 जुलाई 2025
देश में सार्वजनिक और निजी बैंकों में बिना दावे वाली जमा राशि साल दर साल बढ़ती जा रही है। सोमवार को संसद में दी गई जानकारी के अनुसार, यह दावा रहित राशि जून 2025 के अंत तक 67,003 करोड़ रुपये तक पहुँच गई है। इसमें से सबसे ज़्यादा 58,330 करोड़ 26 लाख रुपये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग संस्थानों के खातों में हैं, जबकि 8,673 करोड़ 72 लाख रुपये निजी क्षेत्र के बैंकिंग संस्थानों के खातों में पड़े हैं।
बैंकों के आंकड़ों पर गौर करें तो, पहले स्थान पर मौजूद स्टेट बैंक के खातों में 19,329.92 करोड़ रुपये की लावारिस जमा राशि है। दूसरे स्थान पर मौजूद पंजाब नेशनल बैंक के खातों में 6,910.67 करोड़ रुपये हैं। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने एक लिखित बयान में बताया कि तीसरे स्थान पर मौजूद केनरा बैंक के खातों में लावारिस जमा राशि 6,278.14 करोड़ रुपये तक पहुँच गई है।
निजी क्षेत्र के बैंकों की बात करें तो आईसीआईसीआई बैंक में सबसे ज़्यादा 2,063.45 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली जमा राशि है, उसके बाद एचडीएफसी बैंक में 1,609.56 करोड़ रुपये और एक्सिस बैंक में 1,360.16 करोड़ रुपये की जमा राशि है।
हालाँकि, ज्ञातव्य है कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने खाताधारकों के कानूनी उत्तराधिकारियों को ये जानकारी प्रदान करने के लिए एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल UDGAM शुरू किया है। इसमें सभी बैंकों में बिना दावे वाली जमा राशि का विवरण एक ही स्थान पर उपलब्ध कराया जा रहा है।





