
नई दिल्ली, 10 अगस्त 2025
जम्मू-कश्मीर के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना घटी है। पहली बार कोई मालगाड़ी कश्मीर के अनंतनाग पहुँची है। यह ट्रेन पंजाब के रूप नगर से अनंतनाग रेलवे स्टेशन गई थी। इस ट्रेन में सीमेंट के 21 बीसीएन वैगन भेजे गए थे। लगभग 600 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अनंतनाग पहुँची थी।
यह ऐतिहासिक घटना उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के नवनिर्मित बनिहाल-संगलधन-रियासी-कटरा खंड के संचालन के शुभारंभ का प्रतीक है। इसके साथ ही, कश्मीर रेल नेटवर्क अब भारतीय रेलवे के माल ढुलाई गलियारे से निर्बाध रूप से जुड़ गया है। इससे देश भर में माल की सीधी आवाजाही संभव हो सकेगी। इस ट्रेन में परिवहन किए गए सीमेंट का उपयोग कश्मीर घाटी में सड़कों और पुलों सहित महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए किया जाएगा।
इस रेलवे लाइन से कश्मीर के लोगों को बहुत फ़ायदा होगा। क्योंकि अब तक, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग ही उस क्षेत्र में माल ढुलाई के लिए इस्तेमाल किया जाता था। हालाँकि, भूस्खलन और मौसम संबंधी समस्याओं के कारण, अधिकारियों द्वारा अक्सर इस सड़क को बंद कर दिया जाता था। इससे परिवहन में दिक्कतें आती थीं। अब, रेलवे लाइन की उपलब्धता से लोगों को बड़ी राहत मिली है। इससे देश के किसी भी हिस्से से कश्मीर और यहाँ से दूसरे हिस्सों में आसानी से माल भेजा जा सकेगा।






