
भराड़ीसैंण/गैरसैंण, 19 अगस्त 2025:
उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को जोरदार हंगामे के साथ शुरू हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करीब 5000 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट लेकर सदन में पहुंचे, लेकिन बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हुई हिंसा का मुद्दा उठाकर हंगामा शुरू कर दिया। सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।
नैनीताल पंचायत चुनाव में हिंसा का मुद्दा गरमाया
विपक्षी विधायकों ने नैनीताल डीएम और एसएसपी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने वेल में उतरकर नारेबाजी की, पर्चे फाड़े और टेबलें पलट दीं। लगातार शोर-शराबे के बीच स्पीकर को तीन बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। अंततः हंगामा शांत न होने पर सदन को कल सुबह 11 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
मुख्यमंत्री धामी अनुपूरक बजट पेश तो कर गए, लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते बजट पर चर्चा संभव नहीं हो पाई। सरकार इस सत्र में बजट के साथ नौ विधेयक भी पेश करने जा रही है, जिनमें उत्तराखंड श्री बद्रीनाथ तथा श्री केदारनाथ मंदिर अधिनियम संशोधन अध्यादेश 2025 भी शामिल है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मानसून सत्र के पहले ही दिन का माहौल आने वाले दिनों के संकेत देता है। विपक्ष ने साफ कर दिया है कि पंचायत चुनावों की हिंसा पर वह सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेगा। दूसरी ओर, सरकार बजट और विधेयकों को पास कराने पर अड़ी हुई है। ऐसे में सत्र के दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक तय मानी जा रही है।






